लंदन। दुनिया की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी आर्सेलरमित्तल अमेरिका में अपने लाप्लेस और विंटन लांग कार्बन प्लांटों को असेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लैक डायमंड कैपिटल मैनेजमेंट की सब्सिडियरी को बेचने जा रही है। हालांकि इस सौदे का वित्तीय ब्योरा उपलब्ध नहीं हो पाया। सौदे से लग्जमबर्ग की इस स्टील निर्माता कंपनी को अपना ऋण कम करने में मदद मिलेगी, जो दिसंबर 2015 में समाप्त तिमाही के दौरान 15.7 अरब डॉलर था।
अरबपति लक्ष्मी मित्तल के नेतृत्व वाली कंपनी ने नियामकीय जानकारी में कहा कि उसने अमेरिका में अपने लाप्लेस और विंटन लांग कार्बन प्लांट ब्लैक डायमंड कैपिटल मैनेजमेंट की सब्सिडियरी को बेचने के लिए निश्चयात्मक बिक्री समझौता किया है। कंपनी ने कल कहा कि सौदे की शर्तें गोपनीय हैं और इसका खुलासा नहीं किया जा सकता।
लाप्लेस प्लांट लुसियाना में स्थित है, इसके पास हैरीमैन में एक रोलिंग मिल भी हैं, जहां स्टील बिलेट, फ्लैट्स, चैनल, एंगल और बीम का निर्माण किया जाता है। विंटन प्लांट टेक्सास के अलपासो प्रांत में स्थित है, जहां रेबर और ग्राइंडिंग मीडिया का उत्पादन होता है। आर्सेलरमित्तल नॉर्थ अमेरिका के एग्जीक्यूटिव वीपी और सीईओ जिम बासके ने कहा कि लाप्लेस और विंटन की बिक्री कंपनी की चुनिंदा नॉन-कोर असेट के विनिवेश रणनीति के तहत की जा रही है। ब्लैक डायमंड 8 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति का प्रबंधन करती है। आर्सेलरमित्तल, जो कि चीन की स्टील इंडस्ट्री की अत्यधिक क्षमता की वजह से कीमतों में आई गिरावट की वजह से परेशान है, की 2015 में शुद्ध बिक्री 63.58 अरब डॉलर रही, जो 2014 में 72.28 अरब डॉलर थी। 2015 में आर्सेलरमित्तल को 7.9 अरब डॉलर का शुद्ध घाटा हुआ। 2014 में कंपनी का शुद्ध घाटा 1.1 अरब डॉलर था।