नई दिल्ली/लंदन। दुनिया की सबसे बड़ी स्टील निर्माता कंपनी आर्सेलर मित्तल को 2017 की पहली तिमाही में 1 अरब डॉलर का शुद्ध मुनाफा हुआ है। वहीं इस दौरान कंपनी का शुद्ध ऋण बढ़कर 12.1 अरब डॉलर हो गया।
31 दिसंबर 2016 तक कंपनी पर कुल ऋण 11.1 अरब डॉलर था, जो 31 मार्च 2017 को बढ़कर 12.1 अरब डॉलर हो गया। आर्सेलर मित्तल के चेयरमैन और सीईओ लक्ष्मी मित्तल ने कहा कि वह पहली तिमाही के परिणामों से संतुष्ट हैं, जो बाजार में सकारात्मक हलचल का संकेत है। 60 देशों में 210,000 कर्मचारियों के साथ आर्सेलर मित्तल दुनिया की सबसे बड़ी स्टील और माइनिंग कंपनी है।
टाटा समूह ने 2015-16 में अनुसंधान एवं विकास कार्यों से एक अरब डॉलर कमाए
टाटा समूह की कंपनियों ने वित्त वर्ष 2015-16 में संयुक्त रूप से अपनी एकीकृत आय का 2.8 प्रतिशत यानी 18,409 करोड़ रुपए नवप्रवर्तन पर खर्च किया और बदले में इससे उन्हें एक अरब डॉलर मूल्य का लाभ हुआ।
टाटा संस के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी गोपीचंद कतरागाडा ने आज कहा, औसतन हमने एकीकृत आय का 2.5 से 2.8 प्रतिशत अनुसंधान एवं विकास पर खर्च किया। वित्त वर्ष 2015-16 में यह 2.8 प्रतिशत यर 18,409 करोड़ रुपए रहा। जहां तक लाभ का सवाल है, यह पिछले तीन साल में औसतन एक अरब डॉलर सालाना रहा। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2016-17 का आंकड़ा अभी नहीं आया है क्योंकि टाटा की अधिकतर कंपनियों ने सालाना परिणाम की घोषणा नहीं की है।