नई दिल्ली। इस्पात क्षेत्र की दिग्गज कंपनी आर्सेलरमित्तल को वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में 59.9 करोड़ डॉलर का शुद्ध घाटा हुआ है। कोविड-19 महामारी की वजह से इस्पात क्षेत्र की मांग बुरी तरह प्रभावित हुई है। पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान कंपनी ने 44.7 करोड़ डॉलर का शुद्ध घाटा दर्ज किया था।
कंपनी ने बयान में कहा है कि जनवरी-मार्च 2020 तिमाही की अवधि में कंपनी को खासा नुकसान झेलना पड़ा है। लक्समबर्ग मुख्यालय वाली कंपनी की बिक्री अप्रैल-जून के दौरान 43 प्रतिशत घटकर 10.97 अरब डॉलर रह गई है।
कंपनी के इस प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए इसके अध्यक्ष और सीईओ लक्ष्मी एन. मित्तल ने कहा, "साल के पहले छह महीने और विशेष रूप से दूसरी तिमाही कंपनी के इतिहास में सबसे कठिन दौर में से एक रही है, जिसमें कोविड-19 महामारी के कारण स्टील की मांग काफी कम रही है।"
उन्होंने कहा कि समूह ने अपने कर्मचारियों, परिसंपत्तियों, लाभप्रदता और नकदी प्रवाह की रक्षा करने के लिए तेजी दिखाई है। मित्तल ने कहा कि कंपनी ने यह सुनिश्चित किया है कि वह इस बहुत ही चुनौतीपूर्ण समय में यथासंभव मजबूत स्थिति में रहे।
मित्तल ने कहा, अब गतिविधि बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। विशेषकर उन क्षेत्रों में, जहां लॉकडाउन समाप्त हो गया है, लेकिन स्पष्ट रूप से स्थिति के बारे में सतर्क रहना समझदारी है।उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में मांग फिर से बढ़ेगी। मित्तल ने कहा कि शेष वर्ष चुनौतीपूर्ण रहेगा, लेकिन कंपनी उत्पादन बढ़ाने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।