नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर के दौरान इनडायरेक्ट टैक्स संग्रहण में 26.2 प्रतिशत का उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। वहीं इस दौरान डायरेक्ट टैक्स संग्रहण 15.12 प्रतिशत बढ़ा है। नवंबर अंत तक कुल डायरेक्ट और इनडायरेक्ट टैक्स संग्रहण 9.64 लाख करोड़ रुपए रहा, जो 2016-17 के 16.26 लाख करोड़ रुपए के लक्ष्य का 59 प्रतिशत है।
सरकार चालू वित्त वर्ष में डायरेक्ट टैक्स संग्रहण 12.64 प्रतिशत अधिक यानी 8.47 लाख करोड़ रुपए रहने की उम्मीद कर रही है। इसी तरह इनडायरेक्ट टैक्स संग्रहण 10.8 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 7.79 लाख करोड़ रुपए रहने की उम्मीद है।
- अप्रैल-नवंबर के दौरान डायरेक्ट टैक्स संग्रहण 4.12 लाख करोड़ रुपए तथा इनडायरेक्ट टैक्स संग्रहण 5.52 लाख करोड़ रुपए रहा।
- ऐसा व्यक्तिगत इनकम टैक्स और एक्साइज ड्यूटी में बहुत अधिक वृद्धि होने की वजह से हुआ।
- डायरेक्ट टैक्स राजस्व में कॉरपोरेट और पर्सनल इनकम टैक्स शामिल है।
- इनडायरेक्ट टैक्स में एक्साइज, सर्विस टैक्स और कस्टम ड्यूटी शामिल होती है।
- अप्रैल-नवंबर 2016 के दौरान कुल 1.05 लाख करोड़ रुपए के रिफंड जारी किए गए हैं।
- एक्साइज ड्यूटी का कलेक्शन इस दौरान 43.5 प्रतिशत वृद्धि के साथ 2.43 लाख करोड़ रुपए रहा।
- सर्विस टैक्स में 25.7 प्रतिशत की रिकॉर्ड वृद्धि रही और इसमें 1.60 लाख करोड़ रुपए जमा हुए।
- कस्टम ड्यूटी कलेक्शन में 6. 5 प्रतिशत की वृद्धि रही और इसमें 1.48 लाख करोड़ रुपए आए।