नई दिल्ली। मार्केट कैपिटालाइजेशन के मामले में दुनिया की सबसे बड़ी कपंनी एप्पल के पास 243.7 अरब डॉलर का कैश रिजर्व है। इतनी बड़ी कैश राशि के साथ, एप्पल का कैश बैलेंस भारत की सबसे बड़ी कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) के संयुक्त मार्केट कैपिटालाइजेशन से भी ज्यादा है। उल्लेखनीय है कि मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस भारत में अकेली ऐसी कंपनियां हैं, जिनका मार्केट कैप 100 अरब डॉलर से अधिक है।
इससे पहले मंगलवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज ने मार्केट कैपिटालाइजेशन के मामले में भारत की सबसे बड़ी कंपनी होने का दर्जा हासिल किया है। कंपनी के शेयर रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंचने की वजह से उसका मार्केट कैप भी बढ़ा है। वर्तमान में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का मार्केट कैप 7.56 लाख करोड़ रुपए है, जबकि टीसीएस का मार्केट कैप 7.54 लाख करोड़ रुपए है। वर्तमान भारतीय रुपए और डॉलर के बीच विनिमय दर 68.59 रुपए के आधार पर एप्पल का मार्केट कैप लगभग 16.05 लाख करोड़ रुपए है, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस के संयुक्त मार्केट कैप (लगभग 15.11 लाख करोड़ रुपए) से अधिक है।
एप्पल ने मंगलवार को जून तिमाही के लिए जारी अपने वित्तीय नतीजों में बताया कि उसके पास अभी 243.7 अरब डॉलर कैश राशि है, जो मार्च तिमाही की तुलना में 23.5 अरब डॉलर कम है। इससे पहले की तिमाही में एप्पल ने 100 अरब डॉलर का बायबैक प्रोग्राम और 16 प्रतिशत डिविडेंड देने की घोषणा की थी।
एप्पल के सीईओ टिम कुक ने कहा कि हम एप्पल के जून तिमाही के बेहतर आंकड़ों से उत्साहित हैं और यह लगातार ऐसी चौथी तिमाही है, जिसमें हमनें दो अंकों में ग्रोथ को हासिल करने में सफलता हासिल की है। एप्पल ने अप्रैल-जून तिमाही में 4.13 करोड़ आईफोन बेचे हैं, जबकि विश्लेषकों का अनुमान था कि एप्पल 4.2 करोड़ आईफोन की बिक्री करेगी।