अमरावती। आंध्र प्रदेश सरकार ने मंगलवार को आंध्र प्रदेश औद्योगिक गैस एवं चिकित्सीय ऑक्सीजन निर्माण नीति 2021-22 जारी की जिसका लक्ष्य बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य में ऑक्सीजन की उत्पादन क्षमता को मौजूदा 360 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 700 मीट्रिक टन करना है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने मंगलवार रात को अमरावती में नयी नीति जारी की। नीति का लक्ष्य कैप्टिव (अस्पतालों में खुद के इस्तेमाल के लिए) और नॉन-कैपिटव (स्वतंत्र आपूर्ति) दोनों प्रकार के प्रेशर स्विंग ऐडसोर्प्शन प्रौद्योगिकी वाले कम से कम 50 ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करना है।
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विज्ञप्ति के अनुसार उद्योग विभाग ने चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से नीति का दस्तावेज तैयार किया है और यह नयी नीति एक साल तक प्रभाव में रहेगी। इसमें कहा गया, "कोविड की दूसरी लहर की वजह से राज्य में चिकित्सीय ऑक्सीजन की मांग में बहुत ज्यादा वृद्धि हुई है और यह इस समय 600 से 700 मीट्रिक टन है।
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राज्य की उत्पादन क्षमता इस समय 364 मीट्रिक टन है और बाकी मांग की पूर्ति ओडिशा, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक की आपूर्तियों के जरिए हो रही है।" नयी नीति के प्रभावशाली कार्यान्वयन के लिए राज्य के 13 जिलों को तीन जोन में बांटा गया है।
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