RCom की एजीएम में अनिल अंबानी ने कहा कि , ”हमारे पास सभी जरूरी स्पेक्ट्रम 2G, 3G और 4G सेवाओं के साथ स्पेक्ट्रम ट्रेडिंग और रिलायंस जियो के साथ शेयरिंग एग्रीमेंट है। इस प्रकार सभी व्यवहारिक उद्देश्यों के लिए रिलायंस कम्युनिकेशंस और रिलायंस जियो के बीच वर्चुअल मर्जर हुआ है.”
वर्चुअल मर्जर में क्या है
- एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित खबर के अनुसार अनिल अंबानी की RCom और और मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने स्पेक्ट्रम की ट्रेडिंग और शेयरिंग के लिए समझौता किया है।
- इसके अलावा दोनों के बीच टावर और फाइबर शेयरिंग के ऐग्रिमेंट्स भी साइन हुए हैं।
- दोनों टेलीकॉम कंपनियों ने अपने नेटवर्क ऑपरेटिंग सेंटर्स, ऑप्टिकल फाइबर सर्विस कॉन्ट्रैक्ट्स और नेटवर्क मेंटेनेंस फंक्शंस को भी आपस में मिला लिया है।