नई दिल्ली। लगातार दूसरे साल आंध्र प्रदेश ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस लिस्ट में टॉप स्थान हासिल किया है। आंध्र प्रदेश के बाद इस लिस्ट में तेलंगाना, हरियाणा, झारखंड, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और राजस्थान का स्थान है।
रैकिंग की पहली लिस्ट में केवल 7 राज्यों ने सरकार द्वारा सुझाए गए केवल 50 प्रतिशत सुधारों को ही लागू किया था, जबकि दूसरी लिस्ट में बताया गया है कि 18 राज्यों ने इस स्तर से ज्यादा सुधार किया है। इस साल की लिस्ट में केवल 21 राज्यों को शामिल किया गया है।
पिछले बजट में सरकार ने राज्यों के लिए 372 एक्शन प्वाइंट की पहचान की थी, जिन्हें उन्हें मिशन मोड में लागू करना था। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना संयुक्तरूप से 2016 की लिस्ट में टॉप स्थान पर थे।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की राज्यवार रैंकिंग
सरकार के इस कदम का उद्देश्य राज्यों के बीच निवेश को आकर्षित करने और कारोबारी माहौल को बेहतर बनाने के लिए प्रतियोगिता को बढ़ावा देना है। राज्य सरकारें ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बढ़ाने के लिए विभिन्न मंजूरी के लिए सिंगल विंडो सिस्टम जैसे कई कदम उठा रही हैं।
इस रैंकिंग लिस्ट को बनाने में निर्माण मंजूरी, श्रम नियमन, पर्यावरण रजिस्ट्रेशन, सूचनाओं तक पहुंच, जमीन की उपलब्धता, सिंगल विंडो सिस्टम आदि जैसे मापदंडों को परखा गया। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार से अधिक निवेश आकर्षित करने में मदद मिलती है साथ ही साथ निवेशकों को बेहतर कारोबारी माहौल उपलब्ध होता है।
वर्ल्ड बैंक की ताजा डूइंग बिजनेस रिपोर्ट में भारत की रैंकिंग सुधरकर 100वीं हो गई है। वर्ल्ड बैंक ने 190 देशों की लिस्ट जारी की है, जिसमें भारत का स्थान अब 100वां है। सरकार चाहती है कि ओवरऑल ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत टॉप 50 देशों में शामिल हो।