नई दिल्ली। पीरामल ग्रुप के कार्यकारी निदेशक आनंद पीरामल ने व्यक्तिगत क्षमता से ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्नैपडील में निवेश किया है। आनंद पीरामल देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के दामाद है और पिछले साल उनकी शादी ईशा अंबानी के साथ हुई थी। स्नैपडील भारत की प्रमुख वैल्यू-केंद्रित ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस है, जो स्वतंत्र विक्रेताओं को खरीदारों के साथ जोड़ता है। हालांकि, आनंद द्वारा किए गए निवेश और स्नैपडील के वैल्यूशन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
स्नैपडील में व्यक्तिगत निवेश पर बोलते हुए आनंद पीरामल ने कहा कि टियर 2-3 शहरों के मास मार्केट सेगमेंट में स्नैपडील की सफलता को देखते हुए निवेश का निर्णय लिया गया है। 2017 से स्नैपडील का राजस्व तेजी से बढ़ रहा है। भविष्य में स्नैपडील की वृद्धि दर बेहतर रहेगी।
स्नैपडील के सीईओ और सह-संस्थापक कुनाल बहल ने कहा कि आनंद का निवेश हमारे लिए उल्लेखनीय है। अपनी इस यात्रा में आनंद पीरामल के बोर्ड में आने से हम काफी रोमांचित हैं। स्नैपडील ने हाल ही में वित्त वर्ष 2018-19 के लिए ऑडिटेड वित्तीय परिणामों की घोषणा की है। पिछले वित्त वर्ष में स्नैपडील का राजस्व 73 प्रतिशत बढ़ा है और इसका घाटा 71 प्रतिशत कम हुआ है।
2018-19 में स्नैपडील का कुल राजस्व 925.3 करोड़ रुपए रहा है, जो 2017-18 में 535.9 करोड़ रुपए था। इसी दौरान स्नैपडील का घाटा 186 करोड़ रुपए रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के दौरान 611 करोड़ रुपए था। टियर 2 और 3 शहरों के लाखों नए ग्राहक अपने ई-कॉमर्स यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। स्नैपडील के 80 प्रतिशत से अधिक यूजर्स भारत के छोटे शहरों से आते हैं।
पिछले दो सालों में स्नैपडील ने अपने साथ 60 हजार से अधिक नए विक्रेताओं को अपने प्लेटफॉर्म पर जोड़ा है, जिन्होंने 5 करोड़ से अधिक उत्पादों को यहां लिस्ट किया है। स्नैपडील के पास अब 500,000 से अधिक रजिस्टर्ड विक्रेता है।