नई दिल्ली। भारतीय डेयरी ब्रांड अमूल ने दुनिया के डेयरी बिजनेस में बड़ी छलांग लगाई है। अमूल दुनिया के टॉप 10 सबसे बड़ी डेयरी कंपनियों की लिस्ट में शामिल हो गई है। इसी लिस्ट में साल 2012 के दौरान अमूल 18 वें स्थान पर था।
दुनिया के डेयरी कारोबार में किस पायदान पर है अमूल
गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के मैनेजिंग डायरेक्टर आर एस सोढ़ी ने आज ट्वीट कर जानकारी दी कि आईएफसीएन की ताजा रैंकिंग में अमूल आठवें पायदान पर पहुंच गई है। उनके मुताबिक साल 2012 की रैंकिंग में अमूल 18 वें स्थान पर थी। यानि 9 साल में अमूल ने दुनिया की 9 कंपनियों को पीछे छोड़ दिया। लिस्ट के मुताबिक अमूल ने प्रोसेसिंग के लिए साल में 10.3 अरब किलो दूध का कलेक्शन किया।
लिस्ट में कौन है सबसे आगे।
आईएफसीएन की रैंकिंग के मुताबिक दूध जुटाने के मामले में सबसे आगे डेयरी फार्मर्स ऑफ अमेरिका है जिसका सालाना दूध का कलेक्शन 29 अरब किलो है। वही दूसरे नंबर पर फॉन्टेरा है जिसने सालाना 21.9 अरब किलो दूध लिया है। वहीं तीसरे स्थान पर Groupe Lactalis है। अमूल इस रफ्तार से आगे बढ़ी तो वो जल्द टॉप 5 कंपनियों में भी शामिल हो सकती है। दरअसल चौथे और पांचवे स्थान पर कंपनियों का दूध का कलेक्शन 13.7 अरब किलो रहा है। जो कि अमूल के अपने प्रदर्शन से ज्यादा दूर नहीं है।
आगे क्या है अमूल की योजना
जीसीएमएमएफ ने अपनी 42 वीं सालाना आम बैठक में समूह का लक्ष्य 2024-25 तक एक लाख करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने का रखा है। जीसीएमएमएफ समूह और उससे जुड़ी यूनियन सदस्यों का अमूल ब्रांड के तहत एकीकृत कारोबार 52,000 करोड़ रुपये से अधिक या करीब सात अरब डॉलर रहा है। बयान में कहा गया है कि हमारा 2024-25 तक एक लाख करोड़ रुपये का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य है। इस कारोबार में अमूल फेडरेशन और उसकी 18 सदस्य यूनियन का कुल कारोबार शामिल है। वहीं अमूल फेडरेशन का अपना कारोबार 2019-20 में 38,542 करोड़ रुपये का रहा है इससे पिछले वित्त वर्ष से 17 प्रतिशत अधिक है। बयान में कहा गया है कि तेजी से विस्तार से अमूल का कारोबार 2009-10 की तुलना में पांच गुना हो गया है। यह 2009-10 में 8,005 करोड़ रुपये था।