नई दिल्ली। देश के घर-घर में अपनी जगह बना चुकी अमूल अब दुनिया भर में अपनी पहचान मजबूत करने में सफल हो रही है। 1946 में किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य देने के लिए शुरू किया गया ये प्रयास आज दुनिया की टॉप 20 डेयरी ब्रैंड में शामिल हो गया है। रोबोबैंक की दुनियाभर की सबसे बड़ी 20 डेयरी कंपनियों में अमूल ने 16 वें स्थान के साथ एंट्री की है। खास बात ये है कि अमूल इसी रफ्तार से आगे बढ़ती रही तो उसके जल्द टॉप 10 में आने की भी संभावना है क्योंकि अमूल से ऊपर रैकिंग में खड़ी कंपनियों का टर्नओवर अमूल के अपने टर्नओवर से ज्यादा दूर नहीं है। ये लिस्ट 2019 के टर्नओवर के आंकड़ों के आधार पर है।
गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन जो अमूल ब्रांड का प्रबंधन करता है, 5.5 अरब डॉलर के डेयरी टर्नओवर के साथ लिस्ट में 16 वें स्थान पर है। लिस्ट के 11वें स्थान पर जर्मनी की डीएमके है जिसका टर्नओवर 6.5 अरब डॉलर का है। 11 वें स्थान से लेकर 15 स्थान तक की कंपनियों का अपना टर्नओवर 5.5 अरब डॉलर से 6.5 अरब डॉलर के बीच है। वहीं लिस्ट में पहला स्थान स्विट्ज़रलैंड की नेस्ले का है जिसका सालाना टर्नओवर 22.1 अरब डॉलर है। वहीं फ्रांस की Lactalis 21 अरब डॉलर के टर्नओवर के साथ दूसरे और डेयरी फार्मर ऑफ अमेरिका 20 अरब डॉलर के टर्नओवर के साथ तीसरे स्थान पर हैं। पूरी लिस्ट में फ्रांस की 4, अमेरिका की 3, वहीं चीन, नीदरलैंड, जर्मनी, कनाडा की 2-2 कंपनियां शामिल हैं। भारत सहित स्विट्ज़रलैंड, न्यूजीलैंड, डेनमार्क, जापान की एक एक कंपनी शामिल है।
अमूल का भारत में क्या योगदान है इसकी एक झलक पिछले हफ्ते तब मिली जब अमूल ने दूध बेचकर लाखों कमाने वाली महिलाओं की कहानी शेयर की। इसमें से पहले नंबर पर स्थित महिला ने दूध बेचकर एक साल में करीब 88 लाख रुपये कमाए। इनमें से करीब आधी महिलाओं की पिछले साल की कमाई 50 लाख रुपये रही है। अमूल ने दुग्ध उत्पादकों को बिचौलियों के चंगुल से निकाल कर सीधे बाजार तक पहुंचाया है जिसका फायदा उत्पादकों को ऊंची आय के रूप में मिल रहा है।