बीजिंग। अमेरिका के साथ चल रहे व्यापार युद्ध के बीच चीन ने भारतीय रेपसीड ऑयल मील पर लगे पिछले पांच साल के प्रतिबंध को खत्म कर दिया है। चीन ऑयल मील का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। चीन ने अमेरिका को जवाब देने के लिए यूएस ऑयल मील पर अतिरिक्त शुल्क लगा दिया है। अब अपनी ऑयल मील की जरूरतों को पूरा करने के लिए चीन दूसरे देशों के साथ संभावनाएं तलाश रहा है, जिसमें भारत प्रमुख है।
चीन में भारतीय राजदूत कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि चीन ने भारतीय रेपसीड मील पर लगा प्रतिबंध खत्म कर दिया है। भारतीय कंपनियां अब चीन सरकार के निर्देशों का अनुपालत सुनिश्चित कर यहां रेपसीड मील का निर्यात कर सकती हैं। बीजिंग ने कुछ विशिष्ट कीटनाशकों की उपस्थिति का हवाला देते हुए 2012 में भारत से आयात पर प्रतिबंध लगाया था।
अधिकारी ने कहा कि यह मु्द्दा अब खत्म हो चुका है। पिछले महीने, भारत और चीन सरकार द्वारा आयोजित की गई खरीदार-विक्रेता सम्मेलन में भारतीय निर्यातकों ने रेपसीड निर्यात को दोबारा चालू करने की जोरदार मांग की थी। अप्रैल में वुहान में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ मुलाकात के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे कहा था कि भारतीय कमोडिटीज को चीनी बाजार में अधिक पहुंच की अनुमति देनी चाहिए।