नई दिल्ली। भारत के तेजी से विकसित होते ई-कॉमर्स बाजार पर अपना कब्जा जमाने के लिए Amazon और Alibaba कुछ भी करने को तैयार हैं। पिछले कई सालों से दोनों कंपनियां ऑनलाइन कंज्यूमर रिटेल सेक्टर में एक-दूसरे से आगे निकलने के लिए लड़ाई लड़ रही हैं। अब इन दोनों के बीच भारत के 19.13 लाख करोड़ रुपए (287 अरब डॉलर) वाले बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) ई-कॉमर्स सेगमेंट में भी कब्जा जमाने के लिए मुकाबला शुरू हो गया है।
जेफ बेजोस के नेतृत्व वाले अमेजन ने भारत में अपने होलसेल बिजनेस में 115 करोड़ रुपए का निवेश किया है। अमेजन का होलसेल बिजनेस अमेजन होलसेल (इंडिया) की शुरुआत 2013 में की गई थी और यह कंपनी का बी2बी पोर्टल amazonbusiness.in का संचालन करती है।
- यह पोर्टल छोटे ऑफिस, डिपार्टमेंट स्टोर्स, किराना स्टोर्स, ड्रग स्टोर्स, क्लीनिक्स, हॉस्पीटल्स, होटल्स और रेस्टॉरेंट को अपनी सर्विस देता है।
- इस पोर्टल के जरिये वर्तमान में कर्नाटक के दो शहरों बेंगलुरु और मंगलुरु में सर्विस दी जा रही है।
- अमेजन अपने इंडिया होलसेल यूनिट में अब तक कुल 155 करोड़ रुपए का निवेश कर चुकी है।
अमेजन ने नए निवेश की घोषणा अलीबाबा डॉट कॉम, जो कि चीन के अलीबाबा ग्रुप का बी2बी प्लेटफॉर्म है, के भारत में नए पार्टनर्स के साथ हाथ मिलाने की खबर के बाद की है।
- अलीबाबा ने अपने सेलर्स को बेहतर और सस्ती सर्विस देने के लिए नए पार्टनर्स के साथ हाथ मिलाया है।
- अलीबाबा का बी2बी पोर्टल क्रॉस बॉर्डर होलसेल ट्रेड पर फोकस है और यह भारत में 2007 से संचालित है।
- इसके पास 60 लाख रजिस्टर्ड इंडियन बायर्स और सेलर्स हैं।
- अलीबाबा डॉट कॉम के भारत में नए पार्टनर्स में कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीएफसी बैंक, लॉजिस्टिक स्टार्टअप देल्हीवेरी, डीएचएल और आदित्य बिड़ला फाइनेंस शामिल हैं।
- यह पार्टनर्स अलीबाबा डॉट कॉम के सदस्यों को प्राथमिकता और विशेष कीमत पर बैंकिंग, ट्रांजैक्शन, लेंडिंग, इंटरनेशनल लॉजिस्टिक और डोमेस्टिक कुरियर सर्विस उपलबध कराएंगे।
बी2सी से बी2बी है ज्यादा आकर्षक
- पिछले कई सालों से अमेजन और अलीबाबा भारतीय बिजनेस-टू-बिजनेस ई-कॉमर्स मार्केट में ज्यादा हिस्सेदारी हासिल करने के लिए इनडायरेक्ट लड़ाई लड़ रहे थे।
- अमेजन अपने भारतीय बिजनेस को सीधे अमेजन डॉट इन के जरिये संचालित कर रहा है, जबकि अलीबाबा ग्रुप ने भारत के दो प्रमुख ऑनलाइन रिटेल पोर्टल स्नैपडील तथा पेटीएम में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदी है।
- बी2बी सेगमेंट की यह लड़ाई ज्यादा तेज हो सकती है।
- भारत का बी2बी ऑनलाइन रिटेल मार्केट के 2.5 गुना बढ़कर 2020 तक 45 लाख करोड़ रुपए के होने जाने का अनुमान है।
- इसके मुकाबले बी2सी ई-कॉमर्स के 2020 तक केवल 1.86 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने का ही अनुमान है।
- इसके अलावा बी2बी ई-कॉमर्स ज्यादा आकर्षक है क्योंकि इसमें हैवी डिस्काउंट नहीं देना पड़ता है और यहां सेल्स वॉल्यूम बहुत बड़ा है।