नई दिल्ली। सर्च इंजन गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट मार्केट कैप के मामले में दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन गई है। इसने आईफोन निर्माता कंपनी एप्पल को पीछे छोड़कर यह स्थान हासिल किया है। वर्ष 2015 की चौथी तिमाही में अल्फाबेट का मार्केट कैपिटालाइजेशन 570 अरब डॉलर (तकरीबन 40 लाख करोड़ रुपए) हो गया है, जो कि एप्पल के मार्केट कैप से ढाई लाख करोड़ रुपए ज्यादा है।
सोमवार को अल्फाबेट का मार्केट कैप करीब 570 अरब डॉलर (करीब 38 लाख करोड़ रुपए) था, वहीं एप्पल का मार्केट कैप 530 अरब डॉलर (36 लाख करोड़ रुपए) था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही नतीजों के बाद कंपनी के स्टॉक में जोरदार उछाल देखने को मिला है। सोमवार को कंपनी का स्टॉक 7.41 फीसदी की तेजी के सथ 770 डॉलर पर बंद हुआ। पिछले एक साल में कंपनी का स्टॉक 43 फीसदी चढ़ चुका है।
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गूगल की रीस्ट्रक्चरिंग के बाद पहली बार अल्फाबेट ने अपने तिमाही वित्तीय परिणामों की घोषणा की है। कंपनी का मुनाफा 30 फीसदी बढ़कर 604 करोड़ डॉलर हो गया है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 465 करोड़ डॉलर का मुनाफा हुआ था। कंपनी की चौथी तिमाही में कुल आय 1810 करोड़ डॉलर से बढ़कर 2133 करोड़ डॉलर हो गई है। गूगल ने अगस्त 2015 में अपनी रीस्ट्रक्चरिंग करते हुए अल्फाबेट नाम से पेरेंट कंपनी बनाई थी। इस फैसले के बाद गूगल का कोर बिजनेस अलग हो गया था। नए गूगल में सर्च, एड, मैप, एप, यूट्यूब और एंड्रॉयड का काम है। वहीं, अल्फाबेट में कैलिको, नेस्ट, फाइबर समेत गूगल वेंचर और गूगल कैपिटल का कारोबार होता है।
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