नई दिल्ली। व्यापारियों के प्रमुख संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण सौदे के खिलाफ 28 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि देश भर के व्यापारी वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट सौदे से नाराज हैं। यह सीधे तौर पर सरकार द्वारा वर्ष 2016 में जारी प्रेस नोट 3 का उल्लंघन है और वॉलमार्ट-फ्लिपकार्ट का यह संयुक्त गठबंधन देश के रिटेल व्यापार पर ई-कॉमर्स के जरिये नियंत्रण और एकाधिकार का छिपा एजेंडा है।
खंडेलवाल ने कहा कि इससे देश के खुदरा व्यापार में समान अवसर समाप्त होंगे वहीँ दूसरी और प्रतिस्पर्धा भी ख़त्म होगी। कैट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सौदे के खिलाफ व्यापक समर्थन जुटाने और रिटेल में एफडीआई को अनुमति न दिए जाने की मांग को लेकर 15 सितंबर से दिल्ली से व्यापारियों की एक राष्ट्रीय रथ यात्रा शुरू होगी तथा 16 दिसंबर को दिल्ली में एक विशाल रैली का आयोजन किया जाएगा। यह निर्णय कल नागपुर में कैट के वार्षिक अधिवेशन में सर्वसम्मति से लिए गए, जिसमें देश के सभी राज्यों के लगभग 200 प्रमुख व्यापारी नेता मौजूद थे।
वॉलमार्ट इंक ने शनिवार को कहा था कि उसने फ्लिपकार्ट सौदा पूरा कर लिया है और अब उसकी भारत की ई-कॉमर्स कंपनी में 77 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। कैट ने कहा कि भारत व्यापार बंद के दौरान देश भर में सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान और बाजार बंद रहेंगे और कोई कारोबार नहीं होगा। देश के विभिन्न बाजारों में व्यापारी विरोध मार्च निकालेंगे।