देश में कोरोना विस्फोट को देखते हुए असम ने अपने राज्य में आने वाले यात्रियों पर कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। असम सरकार के आदेश के अनुसार राज्य के बाहर से आने वाले सभी ट्रेन और हवाई यात्रियों को 7 दिन के अनिवार्य होम क्वारंटीन में जाना होगा। असम सरकार के आदेश के अनुसार हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर सभी यात्रियों के आगमन पर कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा। यदि कोरोना टेस्ट निगेटिव भी आता है, तब भी यात्रियों को होम क्वारंटीन में जाना होगा।
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इससे पहले असम के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने पिछले हफ्ते कहा था कि अन्य राज्यों का कोविड-19 नेगेटिव प्रमाणपत्र असम में स्वीकार नहीं किए जाएंगे और हवाई एवं रेल के सभी यात्रियों को पहुंचने पर रैपिड एंटीजन और आरटी-पीसीआर दोनों जांचों से गुजरना होगा। सरमा ने कहा कि असम की वर्तमान कोविड-19 स्थिति यात्रा करने वाले लोगों से जुड़ी हुई है। मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर में पाया जाने वाला विषाणु ब्रिटेन में सामने आये प्रकार का है जो बहुत हल्का है और बहुत तेजी से फैलता है।
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उन्होंने कहा, ‘‘बाहर से आने वालों को असम पहुंचने पर आरटी-पीसीआर जांच से गुजरना होगा और जांच परिणाम 24 घंटे के भीतर उपलब्ध होंगे लेकिन तब तक उन्हें पृथकवास में रहना होगा।’’ सरमा ने स्वीकार किया कि राज्य में पिछले कुछ दिनों के दौरान स्थिति ‘‘जटिल’’ हो गई है। उन्होंने कहा, ‘‘अभी की स्थिति के अनुसार हम तैयार हैं और स्थिति नियंत्रण में है।’’ यह पूछे जाने पर कि कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी को क्या छह अप्रैल के चुनाव के लिए हुई चुनावी रैलियों और प्रचार से जोड़ा जा सकता है।
हाल के अधिकांश मामले यात्रा के इतिहास से जुड़े हैं और गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, जोरहट, तेजपुर और कछार जैसे वाणिज्यिक और व्यापारिक केंद्रों से सामने आए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘असम में वर्तमान मामले अभी भी यात्रा से जुड़े हुए हैं।’’