नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ग्रीन एनर्जी मिशन पर चलते हुए जल्द ही देश के सभी हवाई अड्डे सोलर एनर्जी से रौशन होंगे। केंद्रीय सिविल एविएशन मिनिस्टर अशोक गजपति राजू के मुताबिक जल्द ही देश के सभी हवाई अड्डो की पारंपरिक बिजली से निर्भरता खत्म की जाएगी। फिलहाल कोचीन देश का एकमात्र हवाई अड्डा है जो पूरी तरह से सोलर एनर्जी पर निर्भर है।
राजू ने आज कहा कि उन्होंने देश के सभी हवाईअड्डों से कहा है कि कोच्चि हवाईअड्डे की तर्ज पर वे अपने यहां सौर उर्जा संयंत्र स्थापित कराएं। राजू ने यह बात अपने घर पर पांच किलोवाट सौर उर्जा के लगे पैनल पत्रकारों को दिखाते हुए यह बात कही। उनके घर पर लगी सौर उर्जा इकाई अनुमानित लागत पांच लाख रुपए है। उन्होंने बताया कि उनके घर पर सौर इकाई लगाने के लिए राज्य सरकार ने दो लाख रपये की सब्सिडी दी है। कोच्चि हवाईअड्डे पर 12 मेगावाट क्षमता का एक सौर उर्जा संयंत्र लगाया गया है। इस हवाईअड्डे का संचालन कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा लिमिटेड करता है।
टैक्सी सर्विस के लिए ओला ने किया बेंगलुरू हवाईअड्डे से करार
एप के जरिए टैक्सी बुकिंग सेवा प्रदान करने वाली कंपनी ओला ने केंपेगौड़ा इंटरनैशनल एयरपोर्ट बेंगलुरू (केआईएबी) के साथ भागीदारी की है। जिससे उससे जुड़े ड्राइवरों को हवाईअड्डे परिसर में अपनी गाड़ी खड़ी करने में मदद मिलेगी। फिलहाल ओला और उबर जैसी टैक्सी कंपनियों को ज्यादातर हवाईअड्डों के परिसर में यात्रियों का इंतजार करने की अनुमति नहीं है। सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने दोनों पक्षों के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हुआ। सूत्रों ने कहा, कई बार, रेडियो टैक्सी समेत अन्य टैक्सी चालक एप से चलने वाली कंपनियों के ड्राइवरों के लिए मुश्किलें पैदा करते हैं। इसलिए ओला और उबर के ड्राइवर हवाईअड्डा परिसर के अंदर नहीं जाते हैं। उन्होंने कहा कि इस कारण एप के जरिए टैक्सी बुक करने वाले यात्रियों के लिए इंतजार की अवधि बढ़ जाती है। ओला व केआईएबी से हालांकि इस बारे में प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
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