नई दिल्ली। भारत के सबसे बड़े टेलीकॉम ऑपरेटर भारती एयरटेल ने जियो को कड़ी टक्कर देने के लिए कमर कस ली है। कंपनी ने कहा है कि वह टेलीनॉर (इंडिया) कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड को खरीदेगी। इससे 1800 MHz बैंड में एयरटेल का वर्चस्व बढ़ेगा। माना जा रहा है कि यह डील 7000 करोड़ रुपए में हो सकती है।
इस खबर के बाद भारती एयरटेल के शेयरों में 9.39 बजे सुबह 10 फीसदी की तेजी देखी गई। कंपनी के शेयर 18 महीने के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रहे हैं।
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टेलीनॉर के सात सर्कल के ऑपरेशंस को खरीदेगी एयरटेल
भारती एयरटेल टेलीनॉर इंडिया के सात सर्कल के ऑपरेशंस को खरीदेगी। ये सर्कल हैं- आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश (पूर्व), उत्तर प्रदेश (पश्चिम), बिहार, और असम। एयरटेल ने यह जानकारी एक आधिकारिक बयान में दी है।
टेलीनॉर ने भी की समझौते की पुष्टि
- टेलीनॉर ने भी इस समझौते की पुष्टि की है और कहा है कि यह सौदा एक साल में पूरा होने की उम्मीद है।
- एयरटेल देश में निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी है।
- उसके करीब 29 करोड़ ग्राहक हैं और दूरसंचार क्षेत्र के 33 प्रतिशत बाजार पर उसका कब्जा है।
- अधिग्रहण के बाद वह टेलीनॉर इंडिया के स्पेक्ट्रम, लाइसेंस, संचालन और कर्मचारियों के साथ ही 4.40 करोड़ ग्राहक भी उसके साथ जुड़ जाएंगे।
- कंपनी ने कहा है कि जब तक सौदा पूरा नहीं होता है तब तक टेलीनॉर इंडिया का संचालन और सेवाएं सामान्य तरीके से काम करती रहेंगी।
तस्वीर में देखिए एयरटेल द्वारा NSE को भेजी गई अधिग्रहण संबंधी सूचना
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भारतीय एयरटेल के (भारत और दक्षिण एशिया) प्रबंध निदेशक और सीईओ गोपाल विट्टल ने कहा
इस अधिग्रहण के जरिये मिलने वाले अतिरिक्त स्पेक्ट्रम से एयरटेल के स्पेक्ट्रम पोर्टफोलियो का और विस्तार होगा।
टेलीनॉर समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिगवे ब्रेके ने समझौते पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा
हमारे भारतीय कारोबार के दीर्घकालिक समाधान की तलाश करना हमारी प्राथमिकता में था और एयरटेल के साथ हमारे समझौते को लेकर हम प्रसन्न हैं। भारत से निकलने का हमारा निर्णय हल्के-फुल्के ढंग से नहीं लिया गया बल्कि इसके लिए गहन विचार-विमर्श किया गया।
टेलीनॉर ने वर्ष 2008 में भारतीय बाजार में प्रवेश की घोषणा की थी। कंपनी ने कहा है कि वर्ष 2017 की पहली तिमाही से टेलीनॉर इंडिया को बिक्री वाली संपत्ति के तौर पर माना जायेगा और टेलीनॉर समूह की वित्तीय रिपोर्टिंग में इसे शामिल नहीं किया जाएगा।
वोडाफोन भी आयडिया के साथ कर रहा है विलय
जियो को टक्कर देने के लिए वोडाफोन इंडिया ने भी आयडिया के साथ विलय की तैयारी कर ली है। वहीं विलय के बाद बनने वाली कंपनी में निवेश के लिए जापान के सॉफ्टबैंक ने दिलचस्पी दिखाई है। उसके पास 100 अरब डॉलर का विजन फंड है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी है। माना जा रहा है कि इस सौदे की घोषणा 24-25 फरवरी को हो सकती है।