नई दिल्ली। दूरसंचार सेवा प्रदाता कंपनी एयरटेल ने सभी 10 दूरसंचार सर्किलों में 900 मेगाहर्ट्ज बैंड को 4जी तकनीक सेवाओं में इस्तेमाल में लाने के लिए जरूरी प्रक्रिया शुरू कर दी है। कंपनी पहले इस बैंड का इस्तेमाल 2जी सेवाओं में कर रही थी। कंपनी का लक्ष्य घरों के अंदर कवरेज को बेहतर बनाना है। मामले से जुड़े सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। एक सूत्र ने कहा कि छह सर्किलों दिल्ली, कोलकाता, आंध्र प्रदेश, उत्तर पूर्व, कर्नाटक और राजस्थान में 4जी सेवाओं के लिये 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड में काम चल रहा है। सूत्रों ने कहा कि कंपनी अधिक से अधिक सर्किलों में यह करेगी।
भारती एयरटेल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने पहले ही देश भर में 3जी को बंद कर दिया है और 4जी के लिये सभी 3जी स्पेक्ट्रम को रीफ्रेम किया है। कंपनी के अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त के साथ कहा, ‘‘छोटे शहरों और गांवों में स्मार्टफोन की पैठ बढ़ने के साथ हमारे पास 4जी स्पेक्ट्रम की नीलामी तक इंतजार किये बिना नेटवर्क क्षमता को बढ़ाने का अवसर है। इसके लिये हम 2जी के कुछ उच्च गुणवत्ता वाले स्पेक्ट्रम को रीफ्रेम कर रहे हैं। यह हमें हमारे नेटवर्क पर 4जी अनुभव को बिलकुल अलग बनाने में मदद कर रहा है।’’ अधिकारी ने कहा कि भारती एयरटेल ने 10 सर्किलों में 900 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को मुक्त किया है और अगले 3-4 महीनों में रीफ्रेमिंग प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। ओपनसिग्नल की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, एयरटेल का नेटवर्क डाउनलोड स्पीड, गेमिंग अनुभव और वीडियो अनुभव के मामले में सबसे बढ़िया है।
कंपनी के अधिकारी ने कहा कि स्पेक्ट्रम की रीफ्रेमिंग से कंपनी इमारतों और घरों के अंदर ज्यादा तेज और बेहतर सेवा दे सकेगी। कंपनी ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1.4 करोड़ नए 4जी उपभोक्ताओं को जोड़ा है।