मुंबई। घरेलू एयरलाइंस मौजूदा गर्मियों की समयसारिणी में प्रत्येक सप्ताह में 17,170 उड़ानों का परिचालन करेंगी। एक साल पहले की तुलना में यह 15.5 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2016 की गर्मियों की समयसारिणी के अनुसार प्रत्येक सप्ताह उड़ानों की संख्या 14,869 थी।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 15 में से 13 घरेलू एयरलाइंस ने मार्च-अक्टूबर की अवधि के लिए अपनी उड़ानों की सारिणी सौंप दी है। अभी जिन एयरलाइंस ने अपने गर्मियों की उड़ान की सारिणी नहीं सौंपी है उनमें नई विमानन कंपनियां जूम एयर और ठप खड़ी एयर पेगासस हैं। भारत में एयरलाइंस की गर्मियों की समयसारिणी मार्च के अंतिम शनिवार से शुरू होकर अक्टूबर के अंतिम शुक्रवार तक रहता है।
आंकड़ों के अनुसार बजट विमानन कंपनी एयरइंडिया एशिया और पूर्ण सेवाएं देने वाली विस्तार एयरलाइंस ने अपनी गर्मियों की सारिणी में उड़ानों में करीब 80 प्रतिशत का इजाफा किया है। विस्तार इन गर्मियों में 600 उड़ानों का परिचालन करेगी। पिछली गर्मियों में उसकी उड़ानों की संख्या 334 रही थी। एयरएशिया इंडिया ने इन गर्मियों के लिए अपनी उड़ानों की संख्या बढ़ाकर 502 कर दी है जो पिछली गर्मियों में 280 थी।
सरकार की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना उड़ान के लिए चुने गए पांच ऑपरेटरों में से एक जेट इन गर्मियों में 238 उड़ानों का परिचालन करेगी। पिछले साल यह आंकड़ा 112 का रहा था। एयर इंडिया की क्षेत्रीय इकाई अलायंस एयर 368 उड़ानों का परिचालन करेगी जबकि पिछली गर्मियों में उसने 234 उड़ानों का परिचालन किया था। गुड़गांव की इंडिगो इन गर्मियों में 6,432 उड़ानों का परिचालन करेगी, जो एक साल पहले 5,323 थीं। दो अन्य बजट एयरलाइंस गो एयर और स्पाइस जेट ने इन गर्मियों के लिए अपनी उड़ानें बढ़ाकर क्रमश: 1,257 और 2,286 कर दी हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र की एयर इंडिया ने अपनी उड़ानों की संख्या 5.7 प्रतिशत बढ़ाकर 1,788 कर दी है। जेट एयरवेज इन गर्मियों में 3,040 उड़ानों का परिचाल करेगी। पिछली गर्मियों में उसने 3,100 उड़ानों का परिचालन किया था। जेट एयरवेज की अनुषंगी ने अपनी उड़ानों की संख्या घटाकर 498 कर दी है। पिछली गर्मियों में उसने 519 उड़ानों का परिचालन किया था।