नई दिल्ली। ऐसा लगता है कि देश में लोन लेकर न चुकाने वाले बड़ी मछलियां एक-एक कर सामने आने लगी हैं। PNB घोटाले की चर्चा अभी गर्म ही है कि खबरें आ रही हैं कि टेलिकॉम कंपनी एयरसेल बोर्ड भंग कर नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में दिवालिया होने की अर्जी लगाने वाली है। अंग्रेजी अखबर इकॉनोमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, देश की ये सबसे छोटी टेलीकॉम कंपनी अब समाप्त होने के कगार पर पहुंच चुकी है। इसके बाद, टेलिकॉम मार्केट में सिर्फ एयरटेल, जियो, वोडाफोन, आइडिया और बीएसएनएल ही रह जाएंगी।
इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार मलेशिया की पेरेंट कंपनी मैक्सिस, एयरसेल में पूंजी डालने वाली थी लेकिन उसने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। कंपनी अपने कर्जदारों से सितंबर से 15,500 करोड़ रुपए के कर्ज को रिस्ट्रक्चर करने की बातचीत कर रही है हालांकि अबतक कोई व्यवस्था नहीं बन पाई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले पर एयरसेल ने बयान देने से इंकार कर दिया और एसबीआई ने भी जवाब नहीं दिया।
आपको बता दें कि हाल ही में एयरसेल ने 6 सर्किल में अपनी सेवा बंद कर दी थी। रिलायंस जियो के आने के बाद एयरसेल ऐसी चौथी टेलिकॉम कंपनी है जिसने अपनी सेवा बंद की है। नॉर्वे की टेलीनॉर अपने एसेट भारती एयरटेल में ट्रांसफर कर रही है। एयरटेल टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा टेली सर्विसेज को खरीद रही है। वहीं, आरकॉम का वायरलेस कारोबार रिलायंस जियो खरीद रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के इस कदम से 5,000 कर्मचारी प्रभावित होने जा रहे हैं। इसके अलावा वेंडर्स, पार्टनर, टावर ऑपरेटर जीटीएल इंफ्रा, भारती इंफ्राटेल, इंडस टॉवर और एटीसी पर भी असर पड़ेगा। एयरसेल सभी कंपनियों को अपने 40 हजार टावर किराए पर देती है।