नई दिल्ली। यूरोपियन विमान निर्माता कंपनी एयरबस ने जानकारी दी है कि साल 2020 में महामारी के बीच उसे 1.3 अरब डॉलर यानि 1.1 अरब यूरो का नुकसान हुआ है। साल 2019 में कंपनी को तगड़े जुर्माने की वजह से 1.4 अरब यूरो का नुकसान हुआ था। नतीजों के बाद एयरबस ने कहा कि महामारी की चुनौतिपूर्ण स्थिति के बीच कंपनी अपना घाटा कम करने में सफल रही है। कंपनी के मुताबिक साल 2021 मे कारोबार में स्थिरता देखने को मिल सकती है, हालांकि पूरी इंडस्ट्री को कोरोना से पहले की स्थिति में आने में कुछ वर्ष लग सकते हैं।
नतीजों के बाद कंपनी के सीईओ गिलौम फाउरी ने गुरुवार को कहा कि पिछले साल कंपनी का प्रदर्शन उम्मीद से बहुत दूर था और लगातार यात्रा प्रतिबंधों के कारण विमानन उद्योग को विपरीत हालात का सामना करना पड़ा। एयरबस ने जून में अपने कर्मचारियों की संख्या में 15,000 की कटौती करने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा, "संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। इसके साल भर बने रहने की आशंका है। एयरबस का अनुमान है कि उद्योग 2023-25 से पहले महामारी से पहले के स्तर पर शायद न पहुंच सके।"
एयरबस के मुताबिक ग्रुप की आय पिछले साल के मुकाबले 70.5 अरब यूरो से घट कर 49.9 अरब यूरो के स्तर पर आ गई है। इस दौरान कंपनी ने कुल 566 व्यवसाय़िक विमानों को ग्राहकों को सौंपा है। इसमें 38 ए220, 446 ए 320, 19 ए350 और 4 ए380 शामिल हैं। पिछले साल यानि 2019 में कंपनी ने 863 विमानों की डिलीवरी की थी। कंपनी को बीते साल 268 कमर्शियल प्लेन के ऑर्डर मिले थे, जो कि 2019 में 768 थे। साल की अंतिम तिमाही में अनुमानों से तेज डिलीवरी देखने को मिली थी। कंपनी ने अनुमान जताया है कि साल 2021 में विमानों की कारोबार में स्थिरता आ सकती है। साथ ही इस साल विमानों की डिलीवरी 2020 के स्तर पर ही रह सकती है।