नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइंस एयर इंडिया ने अल्पकालीन कर्ज लौटाने के लिए 25 करोड़ डॉलर (करीब 1700 करोड़ रुपए) जुटाने की योजना बनाई है। इसके लिए एयरलाइंस दो और ड्रीमलाइनर (बोइंग 787-800) को बिक्री के लिए रखा है। एयरलाइंस ने यह कर्ज इन विमानों की खरीद के लिए लिया था।
एयर इंडिया ने अपनी आमंत्रण पेशकश दस्तावेज में कहा है कि वह तीन साल के विस्तार विकल्प के साथ इन दोनों बोइंग 787-800 विमानों को वापस पट्टे पर लेगी।
- एयर इंडिया को ये दोनों विमान पिछले नवंबर और इस वर्ष जनवरी में मिले थे।
- बिक्री और पट्टे पर वापस (एसएलबी) व्यवस्था के तहत बिक्रेता खरीदार से संपत्ति दीर्घकालीन अवधि के लिए वापस पट्टे पर ले सकता है।
- बिना इसे खरीदे इसका निरंतर उपयोग कर सकता है।
- एयरलाइन ने प्रत्येक विमान के लिए आरक्षित खरीद कीमत 12.5 करोड़ डॉलर (836 करोड़ रुपए) रखी है।
- फिलहाल एयरलाइन के बेड़े में 23 ड्रीमलाइनर विमान हैं।
- एयर इंडिया एसएलबी व्यवस्था के तहत पहले ही 21 ड्रीमलाइनर को बेचकर और उसे वापस पट्टे पर ले चुकी है।
अपने बेड़े के विस्तार के लिए एयर इंडिया ने 2006 में बोइंग को 68 विमानों , जिसमें 27 ड्रीमलाइनर, 15 बी777-300 ईआर, आठ बी777-200एलआरएस तथा 18 बी-737-800 शामिल थे, का ऑर्डर दिया था।