Story Highlights
- देश के विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने कहा है कि सरकार बेचना भी चाहे तो एयर इंडिया को खरीदार नहीं मिलेंगे।
- इसके पीछे कारण एयर इंडिया का घाटा है। कंपनी इंडियन एयरलाइंस के साथ 2007 में हुए मर्जर के बाद से घाटे में चल रही है।
- दिसंबर 2015 तक कंपनी के ऊपर 50,000 करोड़ रुपए का कर्ज हो गया। यह सालाना 4,000 करोड़ रुपए बतौर ब्याज चुका रही है।
- कंपनी को सस्ती विमान सेवाएं दे रही देशी विदेशी कंपनियों से भी मुकाबला करना पड़ रहा है, जिससे लगातार मार्केट शेयर भी घट रहा है।