नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया ने नए साल में एक नया बदलाव करने का फैसला किया है। इस फैसले के तहत वह अपनी 60 से 90 मिनट की सभी घरेलू फ्लाइट में सिर्फ शाकाहारी भोजन ही परोसेगी। हालांकि एयर इंडिया का ये नया फैसला 1 जनवरी से लागू होगा। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर एयरलाइन से पूछा है कि इसके पीछे क्या वजह है, वह समझ नहीं पा रहे हैं।
विमान कंपनी ने इसके पीछे जो वजह बताई है वह वक्त की कमी है। एयर इंडिया ने बताया कि थोड़े वक्त वाली इन फ्लाइट्स में भोजन परोसने के लिए वक्त भी कम होता है और पैसेंजर्स को कई वैरायटीज देनी होती है, जिसमें ज्यादा वक्त लगता है। मांसाहारी लोग तो वेज खाना खा सकते हैं लेकिन शाकाहारी लोग नॉन वेज नहीं खा सकते हैं। क्रू को भी इस काम में 30 से 40 मिनट लग जाते हैं इसलिए ये फैसला लिया गया है।
घरेलू सेक्टर में एयर इंडिया के पास 5 कैटेगिरी की फ्लाइट्स हैं- जिसमें ब्रेकफास्ट, जो सुबह 5.30 से 9.30 तक है, हाई टी सुबह 9.30 से 11.30 तक और दोपहर 3 बजे से 6.30 बजे तक, दोपहर 12 बजे से ढाई बजे तक लंच, शाम को साढ़े 6 से साढ़े 10 तक डिनर और रात 11 बजे से सूपर मिलता है। एयर इंडिया के इस फैसले से मुंबई-दिल्ली और मुंबई-बेंगलुरु के सबसे बिजी रूट पर ज्यादा असर पड़ेगा।