नई दिल्ली। लड़ाकू विमानों की कमी का सामना कर रही भारतीय वायुसेना ने स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान ‘तेजस’ की खरीद का रास्ता साफ कर दिया। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक वायुसेना ने 83 तेजस के लिए सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को खरीद प्रस्ताव भेजा है। इस खरीद पर 50,000 करोड़ रुपए से अधिक की लागत आएगी। वायुसेना इससे पहले एचएएल को 40 तेजस विमानों की आपूर्ति का ऑर्डर दे चुकी है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 83 लड़ाकू विमान खरीदने के प्रस्ताव को रक्षा मंत्रालय में खरीद के लिए निर्णय करने वाली शीर्ष इकाई रक्षा खरीद परिषद ने पिछले साल नवंबर में 83 तेजस मार्क 1-A विमानों की 50,025 करोड़ रुपए की लागत में खरीदने को मंजूरी दी गई थी।
सूत्रों ने बताया कि इस खरीद सौदे पर अंतिम मुहर अगले पांच महीनों में लग सकती है। सूत्रों के अनुसार 83 एलसीए में से 10 का इस्तेमाल प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। एचएएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक टी सुवर्ण राजू ने कहा कि तेजस में वायुसेना ने जो भी बदलाव के लिये सुझाव दिए थे, उनमें से ज्यादातर को पूरा कर लिया गया है।