नयी दिल्ली: ऑल इंडिया कन्फेडरेशन ऑफ गुड्स व्हीकल ओनर्स एसोसिएशन (एआईसीजीवीओए) ने केंद्र सरकार से डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को तुरंत रोकने और परिवहन क्षेत्र के वाहन चालकों एवं श्रमिकों का प्राथमिकता के आधार पर कोरोना टीकाकरण करने का अनुरोध किया है। एआईसीजीवीओए ने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को लिखे पत्र में कोविड-19 के प्रभाव के कारण नुकसान का अनुमान लगाने और सुधारात्मक कार्रवाई करने के लिए व्यापक अध्ययन करने की मांग की है।
एआईसीजीवीओए ने कहा, ‘‘सबसे पहले सरकार को डीजल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगानी चाहिए। साथ ही परिवहन क्षेत्र के वाहन चालकों और कर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर कोरोना रोकथाम टीका लगाना चाहिए।’’ संघ ने सरकार से चालू वित्त वर्ष के लिए टोल शुल्क, सड़क कर, राज्य कर और अन्य विविध करों में छूट की घोषणा करने का भी आग्रह किया है।
एआईसीजीवीओए ने कहा, ‘‘यदि सरकार द्वारा सड़क कर, बीमा, चालक का न्यूनतम वेतन और वाहन विनिर्माताओं द्वारा वाहन की परिचालन क्षमता तय की जा सकती है, तो सरकार कम से कम मोटर वाहन अधिनियम की धारा 67 के अनुसार न्यूनतम माल भाड़ा भी तय कर सकती है।’’
संघ ने सरकार से ऐसे बड़े सुधार और छूट की भी मांग की और कहा कि इसके बना ट्रक आपरेटरों के लाभ में गिरावट नहीं थमेगी। मूल्यवर्धित कर (वैट) और भाड़े की वजह से विभिन्न राज्यों में ईंधन के दाम भिन्न-भिन्न होते हैं। सबसे अधिक इस्तेमाल वाला ईंधन डीजल राजस्थान के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ के साथ ओडिशा में कुछ स्थानों पर 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल चुका है।