AI offers rescue fares to stranded passengers of Jet Airways
मुंबई। जेट एयरवेज के अस्थायी रूप से परिचालन बंद करने से उसके फंसे अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की मुश्किलें कम करने के लिए सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया आगे आई है। एयर इंडिया ने इस तरह के यात्रियों को विशेष किराये की पेशकश की है।
एयर इंडिया ने बयान में कहा कि पेरिस, लंदन हीथ्रो, सिंगापुर, दुबई, हांगकांग, अबूधाबी, जेद्दाह और मस्कट विदेशी हवाई अड्डों पर फंसे यात्रियों को विशेष किराये की पेशकश की गई है। कंपनी ने कहा कि एयर इंडिया सद्भावना के तौर पर और 9 डब्ल्यू (जेट एयरवेज उड़ान कोड) की कठिनाई को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर फंसे हुए यात्रियों को विशेष किराये की पेशकश करेगी।
एयर इंडिया ने कहा कि जिन यात्रियों के पास जेट एयरवेज की वापसी की कंफर्म टिकट होंगी, वे एयर इंडिया के फंसे हुए यात्रियों के लिए विशेष किराया पैकेज का लाभ उठा सकेंगे। उल्लेखनीय है कि जेट एयरवेज ने बुधवार मध्यरात्रि से अपनी विमान सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। इसके बाद से एयरलाइन से यात्रा करने वाले यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार ने विमानन कंपनियों से बाजार बिगाड़ने वाला किराया वसूलने से बचने को कहा
नागर विमानन मंत्रालय ने टिकटों का दाम बढ़ने के बीच विमानन कंपनियों को कीमतें किफायती रखने तथा बाजार बिगाड़ने वाले रवैये से बचने के लिए कहा है। नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि विमानन कंपनियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
मंत्रालय ने विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में यह कहा। कंपनियों से कहा गया है कि वह बाजार बिगाड़ू मूल्य गतिविधियों से बचें और विमान यात्रा टिकटों के दाम यात्रियों की पहुंच के दायरे में रखें। उल्लेखनीय है कि जेट एयरवेज की उड़ानें बंद होने से विमान किराये में तेजी देखने को मिल रही है।
जेट एयरवेज के 440 खाली स्लॉट अन्य एयरलाइन कंपनियों को आवंटित होंगे
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जेट एयरवेज का परिचालन अस्थायी तौर पर बंद होने के बाद दिल्ली और मुंबई हवाई अड्डों पर उड़ान के 440 स्लॉट खाली हो गए हैं। ये स्लॉट पारदर्शी तरीके से अन्य एयरलाइन कंपनियों को आवंटित किए जाएंगे।
नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि जेट एयरवेज ने मुंबई और दिल्ली हवाई अड्डे पर 440 स्लॉट छोड़े हैं। इन्हें अंतरिम आधार पर तर्कसंगत, निष्पक्ष और न्यायसंगत तरीके से अन्य एयरलाइन कंपनियों को आवंटित किया जाएगा।
मुंबई में 280 स्लॉट खाली हुए हैं, जबकि दिल्ली हवाई अड्डे पर 160 से अधिक स्लॉट खाली हैं। यह दोनों हवाई अड्डे देश के सबसे व्यस्त हवाई अड्डे हैं। एक समिति द्वारा तीन महीने के लिए इन स्लॉटों को आवंटित किया जाएगा। समिति में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए), भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और संबंध हवाई अड्डे के अधिकारी शामिल होंगे।






































