नई दिल्ली। वेतन बढ़ाने और नई अशंदायी पेंशन स्कीम को खत्म करने को लेकर आज केंद्रीय कर्मचारियों के संगठनों ने एक दिन की हड़ताल का आहवान किया है और केंद्र सरकार की तरफ से इस हड़ताल को लेकर उन्हें चेतावनी जारी की गई है। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) की तरफ से हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों के वेतन को काटने की चेतावनी जारी की गई है।
DoPT की तरफ से कहा गया है कि कर्मचारियों अगर हड़ताल पर जाते हैं तो इसे CCS (Conduct) Rules 1964 के नियम 7 का उलंघन माना जाएगा। DoPT की तरफ से कहा गया है कि कर्मचारियों को हड़ताल पर जाने का प्रावधान नहीं है और सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने कई फैसलों में हड़ताल को सही नहीं बताया है। DoPT ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोई कर्मचारी अगर हड़ताल पर जाता है तो उसके वेतन में कटौती के साथ अन्य परिणाम भी भुगतने होंगे, कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जा सकती है।
DoPT ने केंद्र सरकार के सभी विभागों को संभाल रहे अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह अपने अधीन काम कर रहे सभी कर्मचारियों को इन दिशा निर्देशों के बारे में जानकारी दें। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह कर्मचारियों और अधिकारियों की किसी तरह की आकस्मिक छुट्टी के आवेदन को नहीं माने। जो कर्मचारी हड़ताल में शामिल नहीं होना चाहते उन्हें कार्यालय में बिना रोकटोक दाखिल होने की व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया गया है।
DoPT ने सभी डिविजनल हेड से आग्रह किया है कि जो कर्मचारी हड़ताल में शामिल होंगे उनकी पूरी संख्या और जानकारी के बारे में रिपोर्ट सौंपें।