नई दिल्ली। कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने मंगलवार को खरीफ कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए कहा कि अगर इस साल मानसून में अच्छी बारिश होती है तो कृषि वर्ष 2017-18 में रिकॉर्ड 27.3 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन होने की उम्मीद है। आपको बता दें कि कृषि मंत्रालय ने कहा कि लगातार दो साल के सूखे के बाद पिछले साल मानसून में हुई अच्छी बारिश के चलते फसल वर्ष 2016-17 में 27.2 करोड़ टन रिकॉर्ड खाद्यान्न उत्पादन रहने का अनुमान लगाया है।
कृषि मंत्री ने कहा-
खरीफ कॉन्फ्रेंस में राधामोहन सिंह ने कहा हमारी सरकार, डेयरी, पशुपालन, मत्स्य पालन विकास के साथ कृषि शिक्षा, अनुसंधान और विस्तार प्रणाली को भी बढावा दे रही है। साथ ही, बागवानी फसलों के लिए 68,000 पोस्ट हारवेस्ट मैनेजमेंट यूनिट-कोल्ड स्टोरेज,राइपेनिंग चेम्बर व पैक हाउस की स्थापना की है। इसके अलावा राज्य वनस्पति तेल भोजन का महत्वपूर्ण हिस्सा व ऊर्जा का मुख्य स्रोत है अतः हम तिलहनी फसलों के उत्पादन पर जोर दे रहे हैं। यह भी पढ़े: केन्द्र ने राज्यों से कृषि कोष का 30 प्रतिशत महिला किसानों पर खर्च करने को कहा
2016-17 में खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 27.198 करोड़ टन रहने का अनुमान
सरकार ने हाल में खाद्यान्न उत्पादन को लेकर अपना दूसरा अग्रीम अनुमान जारी किया था। कृषि मंत्रालय के मुताबिक फसल वर्ष 2016-17 के दौरान देश में रिकॉर्ड 27.198 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन होगा। इसके अलावा गेहूं, चावल, दलहन, मोटे अनाज और तिलहन का उत्पादन पिछले सभी रिकॉर्ड को पार कर सकता है। यह भी पढ़े: सामान्य मानसून से कृषि जीडीपी की वृद्धि दर 3-4 प्रतिशत रहने का अनुमान, किसानों की बढ़ेगी आय
गेहूं, चावल और दालों का बढ़ेगा उत्पादन
सूखे के कारण पिछले साल खाद्यान्न उत्पादन घटकर 25.157 करोड़ टन हुआ था। वहीं 2013-14 में 26.50 करोड़ टन अनाज देश में पैदा हुआ था। दूसरे अग्रीम अनुमान के मुताबिक फसल वर्ष 2016-17 (दुलाई-जून) के दौरान 10.88 करोड़ टन चावल का उत्पादन होगा। पिछले साल यह आंकड़ा 10.44 करोड़ टन था। 9.66 करोड़ गेहूं उत्पादम का अनुमान है, 2015-16 में 9.22 करोड़ टन गेहूं पैदा हुआ था। दलहन की बात करें तो इस साल देश में रिकॉर्ड पैदावार होने का अनुमान है। यह भी पढ़े: ऊंची वृद्धि दर के लिए कृषि क्षेत्र पर दें ध्यान, SBI ने कहा ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिति सुधारने की जरूरत