नई दिल्ली। महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच देश की पहली किसान रेल शुक्रवार को रवाना हुई। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेलमंत्री पीयूष गोयल ने हरी झंडी दिखाकर पहली किसान स्पेशल पार्सल ट्रेन को रवाना किया। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चलाई गई यह ट्रेन चार राज्यों से होकर गुजरेगी।
कृषि भवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किसान रेल के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि किसानों की समृद्धि और देश के कोने-कोने तक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने में किसान रेल कारगर साबित होगी। बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए तोमर ने कहा कि आज किसानों की एक बड़ी आवश्यकता को भारत सरकार ने पूरा किया है और इससे किसानों के उत्पादों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक कम किराये पर भेजना संभव होगा।
तोमर ने कहा, "किसान रेल का यह रूट अत्यंत उपयोगी है। नासिक में पैदावार ज्यादा होने से प्याज खराब नहीं हो, इसकी चिंता सभी को रहती है। किसानों को उनका उचित मूल्य मिल सके व उपभोक्ताओं को प्याज सहित सभी खाद्य सामग्री की पर्याप्त उपलब्धता हो सके, इसके लिए तथा किसानों को समृद्ध बनाने के लिए किसान रेल रामबाण सिद्ध होगी।"
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए रेलमंत्री गोयल ने कहा कि "सन् 1853 में मुंबई से पहली रेलगाड़ी चली थी और अब रेलवे की प्रगति के बीच आज किसानों के लिए रेल चलाने का प्रधानमंत्री का सपना साकार हुआ है।" उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने तक ही नहीं, बल्कि विश्वभर में भारतीय किसानों का उत्पाद अब आसानी से पहुंचेगा। गोयल ने कहा कि अभी यह पायलट प्रोजेक्ट है, आगे चलकर इस सुविधा का विस्तार किया जाएगा और कश्मीर से कन्याकुमारी तक किसान रेल के माध्यम से सेब भेजने का प्रयास किया जाएगा।
कायक्र्रम में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस तथा केंद्रीय मंत्री सुरेश सी. अंगड़ी, राव साहेब दानवे पाटील, परषोत्तम रूपाला व कैलाश चैधरी, महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल समेत जनप्रतिनिधि व अधिकारी शामिल हुए।