मुंबई। देश का विदेशी मुद्रा भंडार कई सप्ताहों की गिरावट के बाद दो नवंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 1.054 अरब डॉलर बढ़कर 393.132 अरब डॉलर पर पहुंच गया। रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी मुद्रा संपत्तियों और स्वर्ण भंडार के बढ़ने से यह वृद्धि हुई है। इससे पहले के सप्ताह में भंडार 1.444 अरब डॉलर गिरकर 392.078 अरब डॉलर पर आ गया था। लंबे अंतराल के बाद देश का स्वर्ण भंडार इस दौरान 36.65 लाख डॉलर बढ़कर 20.888 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक आलोच्य सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा संपत्तियां 48.77 लाख डॉलर बढ़कर 368.138 अरब डॉलर पर पहुंच गईं। विदेशी मुद्रा भंडार 13 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में रिकॉर्ड 426.028 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। इसके बाद से यह लगातार गिरता रहा। रुपए में नरमी के बीच डॉलर की बिकवाली से भंडार करीब 31 अरब डॉलर कम हो गया था।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष के पास देश का भंडार 19.22 लाख डॉलर बढ़कर 2.639 अरब डॉलर हो गया। हालांकि विशिष्ट निकासी अधिकार इस दौरान दो लाख डॉलर कम होकर 1.465 अरब डॉलर पर आ गया।
रिजर्व बैंक पिछले नौ साल से स्वर्ण भंडार कम करता आ रहा है। पिछले नौ साल में रिजर्व बैंक ने पहली बार स्वर्ण भंडार में 8.46 टन की वृद्धि की है। इससे पहले रिजर्व बैंक ने नवंबर 2009 में आईएमएफ से 200 टन सोना खरीदा था।
केंद्रीय बैंक की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार रिजर्व बैंक 2000 से 2018 के बीच औसत 452 टन सोने का आरक्षित भंडार रखता आ रहा है। इस दौरान 2000 की दूसरी तिमाही में यह भंडार न्यूनतम 358 टन रह गया था। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में यह अधिकमत 566 टन के उच्चतम स्तर पर रहा।