नई दिल्ली। देश को हिलाकर रख देने वाले 11,400 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) धोखाधड़ी मामले के सामने आने के कुछ दिन बाद ही निजी क्षेत्र के सिटी यूनियन बैंक में भी करीब बीस लाख डॉलर (12.8 करोड़ रुपए) का धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यह मामला धन भेजने वाले तीन फर्जीवाड़ों से जुड़ा हुआ है। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में बैंक ने बताया है कि 7 फरवरी को हमारे हिसाब-किताब के मिलान की कार्रवाई के दौरान पाया गया कि हमारी स्विफ्ट प्रणाली से धन भेजने के तीन फर्जी मामले हमारे सहयोगी बैंकों को गए हैं जो वास्तव में हमारे बैंक से भेजे ही नहीं गए। हमने सहयोगी बैंकों को तत्काल पैसा वापस लेने की जानकारी दे दी है।
सिटी यूनियन बैंक के मामले में भी PNB की तरह ही धोखाधड़ी हुई है। बैंक के खातों में धन भेजने की कोई जानकारी दर्ज नहीं की गई जबकि इसे स्विफ्ट फाइनेंशियल प्लेटफॉर्म के माध्यम से आगे बढ़ा दिया गया। सिटी यूनियन के तीन फर्जी धन भेजने के मामलों में से एक भुगतान न्यूयॉर्क के स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक से दुबई के बैंक को किया गया। इसकी राशि करीब पांच लाख डॉलर थी जिसे तत्काल रोक दिया गया और यह राशि सिटी यूनियन बैंक को वापस मिल गई।
दूसरा मामला स्टैंडर्ड चार्टड की फ्रैंकफर्ट की एक शाखा से एक तुर्की खाते को हुआ भुगतान है। इसमें करीब तीन लाख यूरो की राशि शामिल है। जबकि तीसरा मामला न्यूयॉर्क में बैंक ऑफ अमेरिका से चीन के एक खाते को किए गए भुगतान से जुड़ा है जिसमें कुल 10 लाख डॉलर की राशि शामिल है। बैंक ने कहा कि वह कोष की वापसी के लिए विदेश मंत्रालय एवं तुर्की एवं चीन में अधिकारियों के साथ मिल कर काम कर रही है।