मुंबई। लॉ कॉस्ट एयरलाइन इंडिगो के IPO को मिली सफलता ने अन्य एयरलाइंस के लिए भी प्राइमरी मार्केट में आने के रास्ते खोल दिए हैं। यात्रियों के मामले में देश की पांचवीं बड़ी एयरलाइन गो एयरलाइंस (इंडिया) लिमिटेड, जो गोएयर के नाम से ऑपरेशन चलाती है, भी आईपीओ लाने की योजना पर काम कर रही है। सूत्रों के मुताबिक इसके लिए कंपनी ने बैंकर्स नियुक्त करने के लिए बातचीत भी शुरू कर दी है।
गोएयर का प्रमोटर वाडिया ग्रुप है, जिसकी बॉम्बे डाइंग और ब्रिटेनिया इंडस्ट्रीज फ्लैगशिप कंपनियां हैं। कंपनी की आईपीओ के जरिये 15 करोड़ डॉलर जुटाने की योजना है। सूत्रों ने बताया कि इस हफ्ते के शुरुआत में बैंकर्स ने कंपनी को अपने-अपने प्रजेंटेशन दिए हैं। अभी यह तय नहीं हुआ है कि कंपनी प्रस्तावित आईपीओ के लिए नए शेयर जारी करेगी या मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे। गोएयर के एक प्रवक्ता ने बताया कि बाजार के अनुमानों पर वह कोई बयान नहीं देना चाहते। गोएयर के पास 19 एयरबस ए320 जहाजों का फ्लीट है और घरेलू बाजार में गोएयर की हिस्सेदारी 8.4 फीसदी है। Over Subscribed: इंडिगो के IPO को जबरदस्त रिस्पॉन्स, कंपनी ने जुटाए 3,018 करोड़ रुपए
गोएयर का अनुमान है कि इस साल उसका मुनाफा 1.4 करोड़ डॉलर से 1.5 करोड़ डॉलर के बीच रहेगा। इसके साथ ही यह मार्केट लीडर इंडिगो के बाद भारत की दूसरी सबसे ज्यादा मुनाफे वाली एयरलाइन कंपनी बन जाएगी। इंडिगो का आईपीओ 27 अक्टूबर को आया था और दो दिन में ही यह 1.55 गुना ज्यादा सब्सक्राइब हो चुका है। इंडिगो ने इस आईपीओ के जरिये 3018 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
जेट एयरवेज को हुआ 87 करोड़ रुपए का मुनाफा
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जेट एयरवेज का शुद्ध लाभ 25 फीसदी बढ़कर 87.60 करोड़ रुपए हो गया है। इस तिमाही में ऑपरेशन से आय 10.28 फीसदी बढ़कर 4855.56 करोड़ रुपए रही है। इस दौरान जेट एयरवेज का ईंधन खर्च भी सालाना आधार पर 27.59 फीसदी घटकर 1336.61 करोड़ रुपए रहा है। जेट एयरवेज के चेयरमैन नरेश गोयल ने कहा कि घरेलू एविएशन मार्केट तेजी से बढ़ रहा है और यहां ट्रैफिक 20 फीसदी बढ़ा है।