नई दिल्ली।एशियाई विकास बैंक (एडीबी) का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था में नौ प्रतिशत की गिरावट आएगी। एडीबी ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में आर्थिक गतिविधियों और उपभोक्ता भरोसे में आए व्यवधान की वजह से वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 9 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आएगी।
अपने एशियन डेवलपमेंट आउटलुक 2020 अपडेट मे एडीबी ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत वृद्धि दर हासिल करेेेेेगी। एडीबी ने कहा कि तबतक देश में कारोबारी गतिविधियों में तेजी आने से वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी में 8 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान है। एडीबी के चीफ इकोनॉमिस्ट यासूयुकी सवादा ने कहा कि महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए भारत ने कठोर लॉकडाउन लगाया जिसकी वजह से आर्थिक गतिविधियों पर बुरा असर पड़ा।
उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष और उससे आगे अर्थव्यवस्था की वृद्धि के लिए महामारी पर अंकुश के उपाय, जांच, निगरानी और इलाज की क्षमता का विस्तार महत्वपूर्ण है। इन उपायों को प्रभावी तरीके से कार्यान्वित करने की जरूरत है, तभी अर्थव्यवस्था आगे उबर पाएगी।
महामारी के चलते दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आया संकुचन
एक वैश्विक विकास एजेंसी ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के चलते दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अप्रैल से जून के दौरान अप्रत्याशित रूप से गिरावट दर्ज की गई है। पेरिस स्थित आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने सोमवार को कहा कि जी-20 समूह के देशों में अप्रैल से जून तिमाही के दौरान उनका सकल घरेलू उत्पाद 6.9 प्रतिशत की रिकॉर्ड दर से नीचे आया है। संगठन ने कहा है कि यह आंकड़ा 2009 की वित्तीय संकट के दौरान पहली तिमाही में आई 1.6 प्रतिशत की उस समय की रिकॉर्ड गिरावट के मुकाबले कहीं बड़ी गिरावट वाला है।
ओईसीडी ने कहा कि इस साल अप्रैल से जून अवधि में भारत में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 25.2 प्रतिशत, ब्रिटेन में 20.4 प्रतिशत और मैक्सिको में 17.1 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं अमेरिका में इस दौरान 9.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। ओईसीडी ने कहा है कि इस दौरान जी-20 समूह में केवल चीन एकमात्र देश रहा है, जिसकी अर्थव्यवस्था में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 11.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। संगठन ने कहा है कि इससे इस देश में महामारी के जल्द शुरू होने और उसके बाद सुधार को दर्शाता है।