मेलबर्न/नई दिल्ली। भारतीय कंपनी Adani एंटरप्राइजेज ने ऑस्ट्रेलिया में कोयला उत्खनन की अपनी विशाल परियोजना के लिए भूस्वामियों को मुआवजे के संबंध में पक्का करार किया है। यह 21.7 अरब डॉलर की इस परियोजना के विकास की दिशा में उसका एक और कदम है।
गौरतलब है कि कंपनी को इस विवादास्पद परियोजना को अभी एक दिन पहले क्वींसलैंड संसद की मंजूरी मिली है। Adani समूह के एक प्रवक्ता ने कहा, इस समझौते से खनन पट्टे क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली जमीन को शामिल करने की छूट होगी। यह कंपनी की खान, रेल और बंदरगाह परियोजना के विकास और क्वींसलैंड के साथ एक दीर्घकालिक भविष्य के निर्माण की दिशा में एक और कदम है। कंपनी की यह ताजा घोषणा क्वींसलैंड संसद के इस बात पर सहमत होने के बाद आई है कि अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड को परियोजना को मंजूरी दी जानी चाहिए।
हरित समिति ने अडानी पावर की झारखंड परियोजना की मंजूरी टाली
पर्यावरण मंत्रालय ने अडानी पावर की झारखंड में 1,600 मेगावाट की ताप बिजली परियोजना को मंजूरी का फैसला टाल दिया है और कंपनी से इस बारे में और जानकारी मांगी है। अडानी पावर लि. की अनुषंगी अडानी पावर (झारखंड) लि. (एपीजेएल) झारखंड के गोद्दा जिले में 2 गुणा 800 मेगावाट का पारसपनी ताप बिजली परियोजना लगाने की योजना बना रही है।
एक आधिकारिक दस्तावेज के अनुसार, विशेषज्ञ आकलन समिति (ईएसी) का निष्कर्ष है कि हालांकि प्रस्तावित स्थल ताप बिजली परियोजना के अनुकूल है, लेकिन परियोजना के बारे में दिए गए ब्योरे में पानी की उपलब्धता की जानकारी नहीं दी गई है। ऐसे में प्रस्ताव पर फैसला टाल दिया गया है। यह बिजली संयंत्र भारत व बांग्लादेश के बीच 2010 में हुए सहमति ज्ञापन के अनुरूप विकसित किया जा रहा है।