मुंबई। टेलीविजन पर विज्ञापनों का प्रवाह जुलाई 2021 के दौरान तेजी से बढ़कर 14.5 करोड़ सेकंड पर पहुंच गया। यह संख्या कोविड महामारी से पहले यानी जुलाई 2019 की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए बताया कि विज्ञापन समय में वृद्धि से जुलाई महीना टेलीजन चैनलों के लिए बम्पर साबित हो रहा है। ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल ने अपनी इस मासिक रिपोर्ट में कहा है कि जून 2021 की तुलना में जुलाई 2021 के दौरान विज्ञापन समय में 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। वही जुलाई 2020 के मुकाबले यह संख्या 14 प्रतिशत ज्यादा है।
रिपोर्ट में कहा गया कि विज्ञापन समय में वृद्धि का मुख्य कारण टेलीविज़न पर अपना समान बेचने वाले विज्ञापनदाताओं की संख्या में वृद्धि है। जुलाई 2021 के दौरान 869 और विज्ञापनदाताओं ने विज्ञापन दिए जिससे उनकी संख्या बढ़कर 2,153 पर पहुंच गई। परिषद के राजस्व विभाग के प्रमुख आदित्य फाटक ने कहा, ‘‘जुलाई 2021 के दौरान विज्ञापनों में वृद्धि, पूरे उद्योग के लिए आशाजनक है और इससे उद्योग के विकास को गति मिली है।
टेलीविज़न की ओर रुख करने वाले नए ब्रांडों और विज्ञापनदाताओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि के कारण नए प्रवेशकों की हिस्सेदारी जुलाई 2021 में पिछले तीन वर्षों में सबसे अधिक है।’’ उन्होंने कहा कि जनवरी से जुलाई 2021 के लिए विज्ञापन की मात्रा भी 2018 के बाद सबसे अधिक 101.9 करोड़ सेकंड है। ई-कॉमर्स, शिक्षा और कृषि श्रेणियों ने जुलाई 2021 में 2019 और 2020 की समान अवधि की तुलना में सबसे अधिक विज्ञापन मात्रा (विज्ञापन दिखाने का समय) दर्ज की है।
फाटक ने कहा कि ऑटो, खुदरा, दूरसंचार उत्पादों और कंप्यूटर श्रेणियों के विज्ञापन मात्रा में लगातार सुधार जारी है। 20.1 लाख सेकंड के विज्ञापन मात्रा के साथ, दिल्ली स्किल एंड एंटरप्रेन्योरशिप यूनिवर्सिटी ने जुलाई 2021 में शीर्ष दस विज्ञापनदाताओं में अपनी जगह बनाई है। रिपोर्ट में कहा गया कि सभी भाषाओं के विज्ञापन मात्रा में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है। पंजाबी, असमिया, अंग्रेजी और दक्षिणी भाषाओं के विज्ञापन में वृद्धि के कारण जून 2021 के मुकाबले जुलाई में विज्ञापन मात्रा अधिक रही।