टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे द्वारा 265 अरब डॉलर के आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा के बाद यूरोप औश्र एशिया के शेयर बाजारों में उछाल देखा गया। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जबकि केंद्रीय बैंक अपने स्तर पर वृद्धि को बल देने वाले कदमों की घोषणा करने वाला है। ब्रिटेन के यूरोपयिन यूनियन से बाहर निकलने के बाद प्रधानमंत्री अबे ने चेतावनी दी थी कि इसका जापान की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ेगा और उनसे प्रोत्साहन की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन प्रोत्साहन पैकेज का यह आंकड़ा पहले के अनुमानों से कही ज्यादा है।
इस खबर के बाद टोक्यो में शेयर बाजार में उछाल आया लेकिन अर्थशास्त्रियों की चिंता है कि क्या इसका वास्तविक असर होगा या नहीं। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आधे से अधिक राशि में लोकल और नेशनल गवर्नेमेंट का खर्च भी शामिल होगा। इसका मतलब होगा कि नए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट बनेंगे, जिसका इकोनॉमिक ग्रोथ पर सीधा प्रभाव नहीं होगा।
प्रधानमंत्री शिंजो एबे ने दक्षिण पश्चिमी जापान में एक संबोधन में यह घोषणा की। उन्होंने इसका ज्यादा ब्यौरा तो नहीं दिया लेकिन कहा कि इसमें सरकारी खर्च सहित 13,000 अरब येन के राजकोषीय उपाय भी शामिल होंगे। इस पैकेज का ब्यौरा अगले सप्ताह मिलने की उम्मीद है, जब मंत्रिमंडल इसे मंजूरी देगा। उल्लेखनीय है कि ब्रेक्जिट के बाद जापानी येन में मजबूती से जापानी कंपनियों के मुनाफे में कमी की आशंका जताई जा रही है।
उम्मीद से कही ज्यादा प्रोत्साहन मिलने से टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज भी 1.7 फीसदी उछल गया, जबकि एशियर शेयर्स एक साल के उच्च स्तर पर पहुंच गए। शुक्रवार को बैंक ऑफ जापान की बैठक है, जिसमें मौद्रिक नीति आसान बनाने को लेकर बड़ी उम्मीद है। पैन-यूरोपियन स्टॉक्स 600 इंडेक्स 0.5 फीसदी और एफटीएसयूरोफर्स्ट 300 0.4 फीसदी उछल गए। ब्रिटेन का एफटीएसई 100 इंडेक्स 0.3 फीसदी और जर्मनी का डीएएक्स इंडेक्स 0.8 फीसदी उछल गया।