मुंबई: कोविड-19 के कारण रद्द की गई यात्रा बुकिंग के लिए रिफंड प्राप्त करने में आने वाली समस्याओं का आकलन करने की खातिर किए गए एक सर्वेक्षण में 90 प्रतिशत से अधिक लोगों ने कहा कि वह चाहते हैं कि सरकार एक महामारी-विशिष्ट बुकिंग रिफंड नीति तैयार करे। ऑनलाइन मंच लोकलसर्किल द्वारा किए गए इस सर्वेक्षण के अनुसार, 359 जिलों में 37,000 से अधिक लोगों से मिली प्रतिक्रियाओं के अनुसार, कुछ ट्रैवल एजेंटों (ऑनलाइन और ऑफलाइन), एयरलाइनों के साथ-साथ होटलों ने पूरी बुकिंग राशि खोने वाले लोगों के लिए रिफंड की कोई प्रक्रिया शुरू नहीं की।
मंच के अनुसार, महामारी की दूसरी लहर के कारण यात्रा बुकिंग रद्द करने वालों में से केवल 12-13 प्रतिशत लोगों को ही समय पर रिफंड मिला। लोकलसर्किल ने कहा, "लगभग 95 प्रतिशत नागरिकों का मानना है कि एयरलाइंस, रेलवे या होटलों की वर्तमान नीतियां उपभोक्ताओं के हित में नहीं हैं और 90 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि सरकार कोविड महामारी की इस अवधि के लिए यात्रा बुकिंग से जुड़ी एक रिफंड नीति तैयार करे।"