नई दिल्ली। दुनिया के पांच देशों के प्रभावशाली समूह, ब्रिक्स का आठवां सम्मेलन इस साल अक्टूबर में गोवा में होगा। समूह के पांच देशों का दुनिया की आबादी में 42 फीसदी हिस्सा है और इनका कुल सकल घरेलू उत्पाद 16,000 अरब डॉलर से अधिक है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज एक समारोह में इसकी घोषणा की। समारोह में उन्होंने इस शिखर सम्मेलन की वेबसाइट और प्रतीक चिह्न (लोगो) का अनावरण किया। इस समय ब्रिक्स समूह की अध्यक्षता भारत के पास है। भारत ने ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन तथा दक्षिण अफ्रीका) की अध्यक्षता रूस से 15 फरवरी को ग्रहण की जो 31 दिसंबर तक बरकरार रहेगी। सुषमा ने कहा, मैं रूसी परिसंघ को ब्रिक्स की प्रक्रिया प्रशंसनीय तरीके से आगे बढ़ाने के लिए बधाई देना चाहती हूं, जिसने जुलाई 2015 में खूबसूरत शहर, उफा में सातवें ब्रिक्स सम्मेलन का आयोजन किया था। मुझे यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि आठवां ब्रिक्स सम्मेलन गोवा में 15-16 अक्टूबर के बीच आयोजित किया जाएगा।
विदेश मंत्री ने कहा कि ब्रिक्स की अध्यक्षता के दौरान भारत का ध्येय होगा समूह के लिए उत्तरदायी, समावेशी और सामूहिक समाधान तैयार करना। सम्मेलन का प्रतीक चिह्न कमल है, जिसमें सभी पांच देशों के रंग हैं और इसके बीच में पारंपरिक नमस्ते लिखा है। उन्होंने इस मौके पर कहा, हम अपनी अध्यक्षता के दौरान पंचमुखी रवैया अपनाएंगे। इसमें संस्था निर्माण, कार्यान्वयन, एकीकरण, नवोन्मेष और पुनर्गठन के साथ निरंतरता शामिल होगा।