नई दिल्ली। सिटीग्रुप ग्लोबल तथा डॉयचे इक्विटीज सहित सात मर्चेंट बैंकरों ने ऑयल इंडिया में सरकार की 10 फीसदी हिस्सेदारी बिक्री के प्रबंधन में रुचि दिखाई है। इस बिक्री से सरकार को 2,000 करोड़ रुपए प्राप्त हो सकते हैं।
सरकार की योजना नवरत्न कंपनी ऑयल इंडिया में बिक्री पेशकश के जरिये 10 फीसद हिस्सेदारी बेचने की है। जिन अन्य मर्चेंट बैंकरों ने हिस्सेदारी बिक्री के प्रबंधन के लिए बोलियां लगाई हैं उनमें एडलवाइस फाइनेंशियल सिक्योरिटीज, आईडीबीआई कैपिटल मार्केट सिक्युरिटीज, आईसीआईसीआई सिक्युरिटीज, जेएम फाइनेंशियल तथा एसबीआई कैपिटल मार्केट लिमिटेड शामिल हैं।
विनिवेश तथा सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग ऑयल इंडिया के विनिवेश के लिए 24 जून को तीन मर्चेंट बैंकरों का चयन करेगा। ऑयल इंडिया की 10 फीसदी या 6.01 करोड़ शेयरों की बिक्री से मौजूदा मूल्य पर सरकार को 2,000 करोड़ रुपए मिल सकते हैं। ऑयल इंडिया में सरकार की हिस्सेदारी 67.64 फीसदी है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान विनिवेश से 56,500 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है। इसमें से 36,000 करोड़ रुपए सार्वजनिक उपक्रमों में अल्पांश हिस्सेदारी की बिक्री तथा 20,500 करोड़ रुपए रणनीतिक बिक्री से आएंगे।