बीजिंग। चीन ने दूरसंचार धोखाधड़ी मामले में 62 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें 10 ताइवानी शामिल हैं। ये निर्माण कंपनी के साथ 1.7 करोड़ डॉलर से अधिक की धोखाधड़ी के मामले में संदिग्ध हैं। पुलिस के अनुसार ये गुईझोउ प्रांत के डूयून सिटी में एक आर्थिक विकास क्षेत्र में निर्माण कंपनी के साथ 11.7 करोड़ युआन (करीब 1.79 करोड़ डॉलर) से अधिक की धोखाधड़ी मामले में संदिग्ध है।
धोखाधड़ी के पीछे ताइवानियों का दिमाग
कंपनी ने पिछले साल 29 दिसंबर को धोखाधड़ी को लेकर शिकायत की थी। कंपनी ने अपने बैंक खाते से धन निकाले जाने की शिकायत की। समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार कंपनी के वित्तीय सुपरवाइजर यांग (सरनेम) से पुलिस अधिकारी, बैंक कर्मचारी तथा अभियोजक बनकर कई लोगों ने संपर्क किया और कहा कि उनके द्वारा प्रबंधित खाते की समीक्षा की जरूरत है। उन लोगों ने यांग को वेबसाइट से सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने को कहा ताकि वे निर्माण ब्यूरो (कंपनी) के खाते तक पहुंच सके। पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी के पीछे ताइवानियों का दिमाग था जिन्होंने चीन के लोगों को नियुक्त किया ताकि धोखाधड़ी को अंजाम दिया जा सके।
एप्पल ने चीन को स्त्रोत कोड देने से मना किया
तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी एप्पल इंक के तकनीकी सुरक्षा पर रूख को लेकर जारी आलोचना के बीच कंपनी के शीर्ष वकील ने विधि निर्माताओं को बताया कि पिछले दो साल से चीन द्वारा दबाव बनाए जाने के बावजूद उसने अपने इंटरनेट ऑपरेटिंग सिस्टम के स्त्रोत कोड उसे देने से मना कर दिया। एप्पल के लिए आम वकील का काम देखने वाले ब्रूस सेवेल ने कल यहां पर्यवेक्षण एवं जांच पर बनी हाउस कमेटी ऑन एनर्जी एंड कॉमर्स सबकमेटी द्वारा एनक्रिप्शन पर संचालित एक सुनवाई के दौरान यह बात कही।