नई दिल्ली। प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) की शुरुआत के छह सालों बाद अब इस योजना के 40 करोड़ लाभार्थी हो चुके हैं। यह जानकारी सरकारी आंकड़ों से सामने आई है।
वित्तीय सेवा विभाग डीएफएस ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, "दुनिया के सबसे बड़े वित्तीय समावेशन पहल पीएमजेडीवाई ने एक और मील का पत्थर हासिल किया। इस योजना के तहत खुले कुल खातों की संख्या 40 करोड़ को पार कर गई।" पीएमजेडीवाई की वेबसाइट के अनुसार, यह वित्तीय समावेशन कार्यक्रम 2014 में शुरू किया गया था और 22 जुलाई तक इसके तहत कुल 40.05 करोड़ खाते खाले जा चुके हैं, और इन खातों में कुल 1.30 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा है।
वित्तीय समावेशन के लिए राष्ट्रीय मिशन के तहत यह योजना 28 अगस्त, 2014 को प्रारंभ में चार साल के लिए लांच की गई थी। इसका उद्देश्य हरेक परिवार में कम से कम एक बैंक खाता खोलना, वित्तीय साक्षरता, क्रेडिट, बीमा और पेंशन तक पहुंच कराने का था। सरकार ने बाद में इस योजना को 2018 के बाद भी जारी रखने का निर्णय लिया और इसका फोकस प्रत्येक परिवार में हरेक वयस्क का खाता खोलना कर दिया।
ओवरड्रॉफ्ट लिमिट 5,000 रुपये बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दी गई और पीएमजेडीवाई के सक्रिय खातों के लिए 2,000 रुपये तक ओवर ड्राफ्ट हासिल करने के लिए कोई शर्त नहीं रखी गई। ओवर ड्रॉफ्ट हालिस करने के लिए आयु सीमा 18-60 साल को संशोधित कर 18-65 साल कर दी गई और नए रुपे कार्ड धारकों के लिए दुर्घटना बीमा कवर 28 अगस्त, 2018 के बाद खोले गए नए पीएमजेडीवाई खातों के लिए एक लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये कर दिया गया।