नई दिल्ली। कोविड वैक्सीन के निर्माण के लिए भारत की कंपनियों पर दुनिया भर की दिग्गज कंपनियां अपना भरोसा जता रही हैं। वाणिज्य मंत्रालय ने बुधवार को जानकारी दी की अमेरिका की तीन कंपनियां कोविड-19 के टीके के थोक उत्पादन के लिए देश की कंपनियों के साथ काम कर रही हैं। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 की वजह से भारत और अमेरिका के बीच व्यापार और सहयोग बढ़ा है। मंत्रालय ने ब्योरा दिए बिना कहा कि अमेरिकी की तीन कंपनियां भारतीय समकक्षों के साथ भारत में कोविड-19 वैक्सीन के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए काम कर रही हैं। तीन भारतीय कंपनियां जायडस, भारत बायोटेक और जेनोवा घरेलू स्तर पर कोविड-19 वैक्सीन का विकास कर रही हैं जबकि अन्य कंपनियों मसलन सीरम इंस्टिट्यूट ने एस्ट्राजेनेका, डॉ रेड्डीज ने स्पुतनिक और बायोलॉजिकल ई ने जॉनसन एंड जॉनसन से गठजोड़ किया है।
इसके साथ ही वाणिज्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि भारत और मॉरीशस के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार करार पूरा होने वाला है। इस बारे में वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार को लेकर वार्ताएं पूरी हो गई हैं। मुक्त व्यापार करार में दो व्यापारिक भागीदार एक-दूसरे के बीच व्यापार वाली ज्यादातर वस्तुओं से शुल्कों को या तो पूरी तरह समाप्त करते हैं या उसमें कटौती करते हैं। वाणिज्य विभाग की 2020 की प्रमुख उपलब्धियों का ब्योरा देते हुए मंत्रालय ने कहा, ‘‘भारत-मॉरीशस वृहद आर्थिक सहयोग एवं भागीदारी करार (सीईसीपीए) के लिए वार्ता पूरी हो गई है। अब इस करार को अंतिम रूप दिया जाना है।’’ भारत द्वारा मॉरीशस को पेट्रोलियम उत्पादों, फार्मास्युटिकल्स, मोटे अनाज, कपास, इलेक्ट्रिकल मशीनरी, परिधान आदि का निर्यात किया जाता है। वहीं मॉरीशस से भारत लौह एवं इस्पात, कीमती, पत्थरों और ऑप्टिकल और फोटोग्राफी के उत्पादों का आयात करता है।