मुंबई। वित्तीय सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी आईआईएफएल के प्रमुख का कहना है कि यदि भाजपा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार दोबारा सत्ता में आती है और नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनते हैं तो गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) के नकदी के संकट को दूर करने में मदद मिलेगी।
आईआईएफएल के चेयरमैन निर्मल जैन ने सोमवार को कंपनी के एक कार्यक्रम में कहा कि राजग सरकार दोबारा सत्ता में आने पर नकदी संकट से जूझ रही एनबीएफसी को वित्तीय समर्थन उपलब्ध कराएगी।
17वीं लोकसभा के सात चरणों में मतदान हो रहा है। सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा और नतीजों की घोषणा 23 मई को की जाएगी। विश्लेषक मान रहे हैं कि इस बार नरेंद्र मोदी के लिए राह उतनी आसान नहीं है। कुछ का कहना है कि मोदी को दूसरा कार्यकाल मिलेगा लेकिन वह गठबंधन पर टिका होगा।
जैन ने कहा कि यदि मौजूदा सरकार को एक और कार्यकाल मिलता है तो वह एनबीएफसी के लिए बेहतर तरलता सुनिश्चित करेगी। इस बारे में अनौपचारिक बातचीत हो चुकी है। उन्होंने कहा है कि चुनाव के बाद रिजर्व बैंक और सरकार साथ बैठकर इस नकदी संकट को हल करने के लिए कदम उठाएंगे।
भाजपा के महासचिव राम माधव ने कहा है कि पार्टी को सरकार बनाने के लिए इस बार अधिक सहयोगियों की जरूरत होगी। यह इस बात की ओर इशारा करता है कि भाजपा स्पष्ट बहुमत से दूर रह सकती है। एनबीएफसी क्षेत्र में संकट आईएलएंडएफएस द्वारा पिछले साल सितंबर से भुगतान में कई बार चूक करने की वजह से खड़ा हुआ है। उसके बाद से कई एनबीएफसी को धन जुटाने में दिक्कत आ रही है।