नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने मिनिमम औसत बैलेंस (MAB) से कम बैलेंस रखने वाले खातों पर पैनल्टी लगाकर 235 करोड़ रुपए की कमाई की है। बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक जून तिमाही के दौरान यह कमाई की गई है। बैंक के मुताबिक उसके करीब 40 करोड़ बचत खातों में से करीब 27 करोड़ खातों पर MAB की शर्त लागू है और इन खातों में से जिनमें तय लिमिट से कम बैलेंस पाया गया है उनपर पैनेल्टी से यह कमाई की गई है।
बैंक के मुताबिक 13 करोड़ बचत खातों पर MAB की शर्त लागू नहीं है, जिन खातों पर यह शर्त लागू नहीं होती उनमें जनधन खाते (PMJDY) और बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट (BSBD) खाते शामिल हैं। इसके अलावा कार्पोरेट सेलरी खातों पर भी यह लिमिट लागू नहीं है।
बैंक के मुताबिक मेट्रो शहरों के बचत खातों के लिए MAB लिमिट 5,000 रुपए रखी गई है, इसमें अगर खाते में अगर 5000 रुपए से कम और 2500 रुपए से ज्यादा पैसे होंगे तो 50 रुपए मासिक पैनल्टी लगेगी, अगर खाते में 2500 रुपए से कम और 1250 रुपए से अधिक पैसे होंगे तो 75 रुपए पैनेल्टी होगी, इसी तरह 1250 रुपए से कम पैसे होंगे तो पैनल्टी बढ़कर 100 रुपए हो जाएगी। बैंक ने इसी तरह मेट्रो को छोड़ अन्य शहरी इलाकों के लिए MAB की लिमिट 3000 रुपए तय की हुई है। इस तरह के खातों में अगर 3000 रुपए से कम और 1500 रुपए से ज्यादा पैसे होते हैं तो 40 रुपए की पेनल्टी लागू होती है, 750 रुपए से लेकर 1500 रुपए के बैलेंस पर 60 रुपए और 750 रुपए से कम बैलेंस पर 80 रुपए मासिक पेनल्टी लगती है।
बैंक ने अर्धशहरी और ग्रामीण इलाकों के लिए भी MAB लिमिट तय की हुई है। अर्धशहरी यानि सेमी अर्बन इलाकों के लिए यह लिमिट 2000 रुपए और ग्रामीण इलाकों के लिए 1000 रुपए है। सेमी अर्बन इलाकों के बैंक खातों में अगर 2000 रुपए से कम और 1000 रुपए से ज्यादा पैसे होते हैं तो 25 रुपए की पेनल्टी लागू होती है, 500 रुपए से 1000 रुपए के बीच 50 रुपए और 500 रुपए से कम बैलेंस पर 75 रुपए पेनल्टी लागू है। इसी तरह ग्रामीण इलाकों के खातों में 1000 रुपए से कम और 500 रुपए से अधिक पैसे पाए जाते हैं तो 20 रुपए की पेनल्टी लागू है, 250 रुपए से 500 रुपए तक के बैलेंस पर 30 रुपए और 250 रुपए से कम के बैलेंस पर 50 रुपए की पेनल्टी लगाई जाती है।
इस बीच खबर यह भी है कि बैंक न्यूनतम औसत बैलेंस की लिमिट को कम करने पर विचार कर सकता है, दरअसल बैंक में स्टूडेंट एकाउंट भी इस लिमिट के दायरे में आते हैं और बैंक ने स्टूडेंट एकाउंट्स पर भी यह पेनल्टी लगाई है, जिसको लेकर बैंक का विरोध हो रहा है।