नई दिल्ली। प्याज की कीमतों में तेजी को लेकर चिंतित सरकार ने कहा है कि इसकी घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए निजी व्यापारियों द्वारा मिस्र से 2,400 टन प्याज का आयात किया गया है। सरकार ने संकेत दिया है कि यदि कीमतें अधिक बढ़ती हैं तो और भी आयात की व्यवस्था की जा सकती है।
उपभोक्ता मामलों का मंत्रालय प्याज कीमतों की करीब से निगरानी कर रहा है। जो गुणवत्ता के आधार पर अधिकांश खुदरा बाजारों में 40 से 50 रुपए प्रति किलो के बीच बिक रहा है। व्यापारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, प्याज मिस्र से आयात हो रहा है। निजी व्यापारियों ने पहले ही 2,400 टन के लिए ऑर्डर किया हुआ है। इसकी खेप मुंबई बंदरगाह पर उतर रही है।
उन्होंने कहा कि प्याज के आयात की 9,000 टन की एक और खेप के जल्द आने की उम्मीद है। अगर प्याज की कीमतों में असामान्य ढंग से आगे और वृद्धि होती है तो निजी व्यापारियों को पड़ोसी देशों से और आयात को तैयार रहने को कहा गया है। उपभोक्ता मामलों के विभाग के सचिव अविनाश के श्रीवास्तव की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक में आयात संबंधी मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने कहा, प्याज के आयात के लिए सार्वजनिक व्यापार एजेंसियों को साथ लेने का अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है। अधिकारी ने यह भी कहा कि प्याज के मूल्य में तेजी सट्टेबाजी की वजह से है क्योंकि बुनियादी स्थिति ऐसी तेजी का कारण नहीं हो सकती। खरीफ की नई फसल पिछले वर्ष से कहीं बेहतर है।