पिछले दो सालों से भारतीय र्स्टाटअप्स ने रिकॉर्ड फंड जुटाया है ऐसे में अब वैल्यूएशन पर सवाल उठने लगे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वाबजूद इसके नए स्टार्टअप्स लगातार आते रहेंगे और निवेशक भी अर्ली-स्टेज राउंड में निवेश करने को आतुर रहेंगे। अमेरिका के वेंचर कैपिटल विश्लेषक और विलय व अधिग्रहण रिसर्चर पिचबुक का कहना है कि 2016 में अर्ली-स्टेज कंपनियों के लिए निवेशकों की ओर से डॉलर की बाढ़ आएगी। इस बात का सबूत इस बात से भी मिलता है कि नए साल की शुरुआत भी स्टार्टअप्स के लिए अच्छी हुई है, ऐसे में यह उम्मीद की जा रही है कि 2016 स्टार्टअप्स के लिए बेहतर रहेगा और इस साल पिछले साल की तुलना में ज्यादा निवेश आएगा।
स्टार्टअप डाटा एग्रीगेटर ट्रेक्सन के मुताबिक पिछले दो सालों में 1220 सौदों में भारतीय वेंचर कैपिटल समर्थित कंपनियों में कुल फंडिंग 12 अरब डॉलर (80,000 करोड़ रुपए) पर पहुंच गई है। इसमें से 2015 में 880 सौदों में 7.3 अरब डॉलर की फंडिंग दी गई है। ट्रेक्सन ने कहा है कि यह ट्रेंड आगे भी जारी रहेगा। वेंचर कैपिटल इन्वेस्टर्स को उम्मीद है कि फाइनेंशियल सर्विस, हेल्थकेयर, मीडिया और एजूकेशन जैसे सेक्टर में कंज्यूमर से सीधी जुड़ी टेक्नोलॉजी आधारित सेवाओं में विकास के ज्यादा मौके हैं। बिजनेस टू बिजनेस ई-कॉमर्स और सप्लाई चेन कुछ अन्य ऐसे सेक्टर हैं, जिनमें इन्वेस्टर्स की रुचि ज्यादा है।
स्टार्टअप्स ने की नए साल की अच्छी शुरुआत
Careers360 : Careers360, एक ऑनलाइन कॅरियर काउंसलर और एजूकेशन सर्विस फर्म है, ने टेस्टिंग और असेसमेंट सर्विस कंपनी मेरिटट्रेक से अघोषित राशि जुटाई है। कंपनी इस धन का उपयोग अपनी टीम बढ़ाने, टेक्नोलॉजी को मजबूत करने, इंफ्रास्ट्रक्चर और ब्रांड बिल्डिंग पर करेगी। इसकी शुरुआत 2009 में महेश्वर पेरी, नवीन गोयल और महेश शर्मा ने की थी। वर्तमान में प्रति माह 60 लाख विजिटर्स इस साइट पर आते हैं।
Bumper : बेंगलुरु की कार मैंटेनेंस और रिपेयर ऐप Bumper ने सीड फंडिंग के तौर पर सैफ पार्टनर्स से 5 लाख डॉलर का फंड जुटाया है। इसका उपयोग कंपनी बेहतर सर्विस उपलब्ध कराने के लिए अपने साथ ऑटोमोबाइल एक्सपर्ट को जोड़ने में करेगी। इस ऐप की मदद से यूजर अपने कार के क्षतिग्रस्त हिस्से की तस्वीर भेजते हैं। इसके बाद कंपनी नजदीकी ऑथोराइज्ड सर्विस स्टेशन की जानकारी शुल्क के साथ देती है।
Town Essentials: ऑनलाइन ग्रोसरी डिलीवरी सर्विस प्रदाता Town Essentials ने इंफोसिस के पहले नॉन-फाउंडर कर्मचारी शरद हेगड़े से एंजल फंडिंग के रूप में 10 लाख डॉलर की राशि हासिल की है। इस राशि का उपयोग मार्केटिंग और मोबाइल ऐप लॉन्च करने में किया जाएगा। इस सौदे के तहत निवेशक स्टार्टअप्स की गवर्निंग काउंसिल का हिस्सा होंगे।
Hotify : न्यूज क्यूरेशन ऐप Hotify ने राजस्थान एंजेल इन्नोवेटर्स नेटवर्क के सह-संस्थापक महावीर प्रताप शर्मा से सीड इन्वेस्टमेंट के तौर पर 150,000 डॉलर की राशि जुटाई है। कंपनी इस राशि का उपयोग प्रोडक्ट डेवलपमेंट, इन्नोवेशन और नए कर्मचारियों की भर्ती के लिए करेगी।
DogSpot : गुड़गांव की पालतू जानवरों की देखभाल करने वाली DogSpot ने रतन टाटा, रोनी स्क्रूवाला, अशोक मित्तल, ऋषी पारती, धीरज जैन और अभिजीत पाई से निवेश हासिल किया है। हालांकि कंपनी ने राशि का खुलासा नहीं किया है। इस राशि का उपयोग प्रोडक्ट विस्तार, टेक्नोलॉजी को अपग्रेड करने और टीम को बड़ा करने में किया जाएगा।
Smartcooky: एनडीटीवी द्वारा हाल ही हेल्थ और सेल्फ-केयर प्रोडक्ट के लिए लॉन्च की गई ई-कॉमर्स साइट Smartcooky ने एंजल इन्वेस्टमेंट हासिल किया है। कंपनी ने इसका खुलासा नहीं किया है। इसके बाद इसकी वैल्यूएशन 1.2 करोड़ डॉलर हो गई है। एंजेल इन्वेस्टर्स में राजन आनंदन(गूगल इंडिया एंड साउथ एशिया, एमडी), प्रमोद भसीन (जेनपैक्ट के पूर्व सीईओ), सिद्धार्थ पाई (मोहनदास पाई के पुत्र) और मानविंदर सिंह बंगा (पूर्व यूनीलिवर बोर्ड मेंबर) शामिल हैं।
Intelligent Interfaces: राहुल यादव के नए स्टार्टअप Intelligent Interfaces में क्रिकेटर युवराज सिंह ने निवेश किया है। निवेश की राशि का खुलासा नहीं किया गया है। ये एक डाटा एनालिटिक्स और विजुआलाइजेशन कंपनी है जो ई-कॉमर्स बिजनेस को सर्विस देती है इसका लक्ष्य सरकार को टेक सपोर्ट देना और उसकी प्रक्रिया क्षमता को बढ़ाना है। इससे पहले फ्लिपकार्ट के सचिन बंसल और बिनी बंसल ने इसमें सीड फंडिंग की थी।
Blueshift : मार्केटिंग ऑटोमेशन स्टार्टअप ब्लूशिफ्ट ने स्टॉर्म वेंचर्स की अगुवाई में निवेशकों से 80 लाख डॉलर जुटाए हैं। कंपनी ने बयान में कहा कि मौजूदा निवेशक नेक्सस वेंचर्स पार्टनर्स ने भी कंपनी में और निवेश किया है।