नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के दो अधिकारियों को हिरासत में लिया है। उन्हें एक कंपनी के सावधि ऋण के 90 करोड़ रुपये के मूलधन को कथित तौर पर माफ करने के चलते हिरासत में लिया गया है क्योंकि इससे बैंक को 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बैंक अधिकारियों के अलावा CBI ने अपनी प्राथमिकी में चेन्नई की कंपनी क्वाइटेग्रा सॉल्युशंस प्राइवेट लिमिटेड, कंपनी के चेयरमैन वी. शंकर रमण, गैर-कार्यकारी चेयरमैन मेलवेटिल पद्मनाभन, पूर्णकालिक निदेशक वी श्रीरमण और स्वतंत्र निदेशक कामाक्षी शंकर रमण, आर कल्याणरमण और जी वेंकटराजुलू का नाम भी दर्ज किया है। सीबीआई का आरोप है कि एसबीआई ने यह ऋण खाता आंध्रा बैंक से 2014 में लिया था।