नई दिल्ली। कर्मचारियों की भारी कमी के चलते सरकार के पास पेटेंट के 2.46 लाख और ट्रेडमार्क पंजीकरण के 5.32 लाख आवेदन लंबित पड़े हैं। वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी देते हुए कहा कि आवेदन लंबित होने की प्राथमिक वजह कर्मचारियों की कमी होना है। सरकार ने कार्यबल और दूसरी जरूरी ढांचागत सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि पेटेंट और ट्रेडमार्क आवेदन जिनका उपलब्ध कार्यबल और सुविधाओं के तहत ही निपटारा किया जाना है। एक नवंबर की स्थिति के अनुसार पेटेंट के 2,46,495 आवेदन और ट्रेडमार्क पंजीकरण के लिए 5,32,682 आवेदन लंबित हैं। सीतारमण ने कहा कि सरकार ने पेटेंट खंड में 373 अतिरिक्त पदों की अनुमति दी है। इनमें 252 पद पेटेंट और डिजाइन परीक्षकों के और 76 पद पेटेंट और डिजाइन नियंत्रक के लिए रखे गए हैं।
उन्होंने कहा कि पेटेंट और डिजाइन परीक्षकों के कुल 459 पदों की भर्ती प्रक्रिया जारी है। इसके साथ ही अल्पावधि उपाय के तौर पर अनुबंधित आधार पर 263 पेटेंट एवं डिजाइन परीक्षक के पद सृजित किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि चालू वित्त वर्ष के दौरान 31 अक्टूबर तक 3,581 पेटेंट और 37,799 ट्रेडमार्क पंजीकृत किए गए हैं। इस दौरान 605 पेटेंट आवेदनों और 6,543 ट्रेडमार्क पंजीकरणों को खारिज भी किया गया है।